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Up Kiran, Digital Desk: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) ने कहर बरपाया है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग-5 (NH-5) अवरुद्ध हो गया है. यह घटना उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने के एक दिन बाद हुई है. चाईबासा में सांसद-विधायक कोर्ट ने बुधवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को 2018 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कथित मानहानिकारक टिप्पणी से संबंधित एक मामले में जमानत दे दी. (यह जानकारी हिमाचल प्रदेश में बाढ़ से संबंधित नहीं है और संभवतः पिछली प्रतिक्रिया से गलती से यहाँ आ गई है।)

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यह बादल फटने की घटना पूह ब्लॉक के रिब्बा गांव के पास रालडांग खड्ड में हुई, जिससे खड्ड में पानी का स्तर बढ़ गया. अचानक आई बाढ़ के कारण कम से कम 150 मीटर के दायरे में मिट्टी और बड़े-बड़े बोल्डर जमा हो गए, जिससे यातायात रुक गया. हालांकि, इस घटना में किसी के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है.

किन्नौर के उपायुक्त ने बताया कि सड़क बहाली का काम जारी है और जल्द ही सड़क साफ कर दी जाएगी. उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और भारी बारिश की स्थिति में अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है.

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स्थानीय लोगों का मानना है कि यह बाढ़ किन्नर कैलाश पर्वत श्रृंखला में बादल फटने के कारण आई है.बाढ़ से नालों के किनारे स्थित सेब के बागानों और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है.प्रशासन ने प्रसिद्ध किन्नर कैलाश यात्रा को भी स्थगित कर दिया है, क्योंकि तांगलिंग खड्ड में आई बाढ़ से दो लकड़ी के पुल बह गए हैं, जिससे यात्रा मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है.

जिला प्रशासन, सीमा सड़क संगठन (BRO) और जिला पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और सड़क साफ करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.सांगला, कल्पा और निचार जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में भी लगातार भारी बारिश जारी है. प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से अपील की है कि वे बिना जरूरत यात्रा न करें. साथ ही, ऊंचाई वाले इलाकों में पर्यटन और एडवेंचर गतिविधियों पर भी अस्थायी रोक लगा दी गई है.

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, इस मॉनसून सीज़न (20 जून से) में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण अब तक 194 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 1852 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. राज्य में 613 सड़कें बंद हैं, जिनमें चार राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-5, NH-305, NH-21, NH-003) शामिल हैं. 1491 ट्रांसफार्मर और 265 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं.

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