
Up Kiran, Digital Desk: खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को एक नई उड़ान देने और छोटे-बड़े उद्यमियों को बड़ा सहारा देने के लिए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) तिरुपति एक शानदार पहल कर रहा है। यहां एक अत्याधुनिक 'कॉमन इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs), स्टार्टअप्स और किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को हर तरह से मदद करना है।
यह केंद्र उन उद्यमियों के लिए वरदान साबित होगा जो खाद्य उत्पादों के क्षेत्र में कुछ नया करना चाहते हैं। अक्सर ऐसे उद्यमियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है, उत्पादों को विकसित करने, उनकी गुणवत्ता जांचने और बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए सही इंफ्रास्ट्रक्चर और विशेषज्ञता की कमी। IIT तिरुपति का यह नया सेंटर इन्हीं चुनौतियों का समाधान करेगा।
केंद्र में क्या-क्या खास मिलेगा?
इस केंद्र में उत्पाद विकास, गुणवत्ता नियंत्रण परीक्षण, रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) और पायलट प्लांट सुविधाएं जैसी तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। इसका मतलब है कि उद्यमी यहां कम लागत पर अपनी अवधारणाओं (concepts) को वास्तविक उत्पादों में बदल सकेंगे। उन्हें विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिलेगा, लैब टेस्टिंग की सुविधा मिलेगी और उत्पादन के शुरुआती चरण के लिए आवश्यक मशीनरी भी उपलब्ध होगी। यह उनके लिए 'वन-स्टॉप शॉप' की तरह काम करेगा।
यह पहल सिर्फ आंध्र प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को मजबूत करेगी। इससे किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी क्योंकि उनके उत्पादों को सीधे प्रोसेसिंग के लिए उपयोग किया जा सकेगा, जिससे उन्हें बेहतर दाम मिल पाएंगे। साथ ही, यह नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा और खाद्य अपशिष्ट (food waste) को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यह केंद्र 'प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना' (PMKSY) के तहत 'एग्री-इन्फ्रा फंड' (AGRI-Infra Fund) से वित्तपोषित है, जिसे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) का समर्थन प्राप्त है। यह सुविधा IIT तिरुपति परिसर में स्थापित की जाएगी, और यह अपनी तरह की पहली ऐसी सुविधा होगी जो किसी IIT में खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। यह निश्चित रूप से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में नवाचार और विकास को एक नई गति देगा।
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