
ढाका से सामने आए एक सनसनीखेज मामले में बांग्लादेश पुलिस ने एक पूर्व ब्यूटी क्वीन को हिरासत में लिया है। उस पर आरोप है कि उसने और उसके साथियों ने सऊदी अरब के एक पूर्व राजदूत को प्रेमजाल में फंसाकर 50 लाख अमेरिकी डॉलर ठगने की साजिश रची थी। गिरफ्तार की गई महिला का नाम मेघना आलम है, जो 'मिस अर्थ' प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुकी हैं और एक धर्मार्थ संस्था का संचालन भी करती हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में गंभीर सुरक्षा और आर्थिक नुकसान की आशंका थी।
पुलिस का दावा और अदालत में पेश की गई याचिका
ढाका की अदालत में पुलिस द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि मेघना आलम और उसके सहयोगी—दीवान समीर सहित दो-तीन अन्य लोग—विदेशी राजनयिकों को खूबसूरत लड़कियों के जरिए प्रेमजाल में फंसाकर उनसे धन वसूलने की साजिश में शामिल थे। पुलिस ने इस मामले में किसी सऊदी राजनयिक का नाम तो नहीं बताया, लेकिन आरोप गंभीर हैं। पुलिस के अनुसार, ये गतिविधियाँ न केवल देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि बांग्लादेश के वित्तीय हितों को भी नुकसान पहुँचा सकती हैं।
मेघना को विवादास्पद विशेष शक्तियां अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया, जो पुलिस को आरोप तय किए बिना संदिग्धों को लंबे समय तक हिरासत में रखने की छूट देता है। इस कानून की वजह से ही मेघना को बिना औपचारिक आरोप के गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अब उन्हें ब्लैकमेल और जबरन वसूली की साजिश के तहत अदालत में पेश किया गया।
मेघना का पलटवार: कहा, राजदूत शादी करना चाहता था
गिरफ्तारी के बाद अदालत में पेशी के दौरान मेघना ने आरोपों से साफ इनकार किया। उनका दावा है कि सऊदी राजदूत खुद उनसे संपर्क कर रहा था और शादी का प्रस्ताव दे रहा था। मेघना ने अदालत में खुद अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने कभी राजदूत से संपर्क नहीं किया, बल्कि राजदूत ही लगातार उन्हें फोन और संदेश भेजता था।
दिलचस्प बात यह रही कि अदालत की सुनवाई के दौरान मेघना बिना किसी वकील के मौजूद रहीं और अपनी दलीलें खुद पेश कीं। उन्होंने न्यायालय से अपील की कि उनकी गिरफ्तारी को रद्द किया जाए, क्योंकि वे निर्दोष हैं और उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।
परिवार की प्रतिक्रिया और पिता का बयान
इस पूरे मामले पर मेघना के पिता बदरूल आलम ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि सऊदी राजदूत उनकी बेटी से शादी करना चाहता था। लेकिन जब मेघना को यह पता चला कि वह पहले से विवाहित है और उसके परिवार में पत्नी और बच्चे हैं, तो उसने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया।
परिवार का कहना है कि इस मामले को जबरन तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है और उनकी बेटी को बदनाम करने की साजिश रची गई है। पिता ने दावा किया कि मेघना ने राजदूत के किसी भी अनुरोध को स्वीकार नहीं किया और अब राजनयिक खुद को बचाने के लिए झूठे आरोप लगवा रहा है।
सऊदी दूतावास की चुप्पी और आगे की स्थिति
ढाका स्थित सऊदी दूतावास ने इस पूरे मामले में अब तक कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब मामला सार्वजनिक हुआ और खबरें फैलने लगीं, तो संबंधित राजदूत बांग्लादेश छोड़कर चले गए। इस घटना ने राजनयिक हलकों में खलबली मचा दी है।
गौरतलब है कि सऊदी अरब में करीब 20 लाख बांग्लादेशी काम करते हैं, और वहां से आने वाली विदेशी मुद्रा बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा स्त्रोत है। इस कारण दोनों देशों के रिश्तों में किसी भी तरह की दरार या विवाद सरकारों के लिए चिंता का विषय हो सकता है।
फिलहाल पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और अदालत के आदेश पर मेघना को जेल भेज दिया गया है। आने वाले दिनों में इस केस की सुनवाई और जांच से कई नए खुलासे हो सकते हैं।