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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली के वज़ीराबाद में हाल ही में हुई एक धोखाधड़ी की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। फिल्मी तर्ज पर घटित इस वारदात में नकली सीबीआई अधिकारी बनकर तीन ठगों ने एक महिला के घर को अपना निशाना बनाया, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उनकी साज़िश को जल्दी ही नाकाम कर दिया।
नकली सीबीआई अधिकारियों का सचमुच का खेल
10 जुलाई की शाम, तीन व्यक्ति सफेद शर्ट और काली पैंट पहने, साथ ही चेहरे पर मास्क लगाकर, वज़ीराबाद इलाके में इसरत जमील के घर पहुंचे। उन्होंने खुद को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी बताया और बताया कि उनके पास एफआईआर और सर्च वारंट है, हालांकि उन्होंने कोई भी वैध दस्तावेज पेश नहीं किया।
लूटपाट का भयावह मंजर
इसरत के परिवार को धोखे में रखकर, एक जालसाज़ ने पूरे परिवार को एक कमरे में बंद कर दिया, जबकि बाकी दो ठग घर में मौजूद कीमती सामानों की खोज में लगे रहे। अलमारी तोड़कर लगभग तीन लाख रुपये नकद और बहुमूल्य सोने-चांदी के गहने उनके हाथ लगे। जब इसरत ने चोरी की रसीद मांगने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उसकी बेटी की नोटबुक से नकली हस्ताक्षर कर दिए और मौके से फरार हो गए।
पुलिस की सटीक और तेज़ प्रतिक्रिया
जब इन ठगों ने घर छोड़ दिया, तो इसरत ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। दिल्ली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम गठित की। टीम ने आसपास के क्षेत्र के 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की और दो संदिग्धों को मोटरसाइकिल पर भागते हुए देखा। जांच में पता चला कि वह बाइक शाइना नाम की महिला के नाम पर दर्ज थी, और बाइक चलाने वाला व्यक्ति केशव प्रसाद था।
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