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Up Kiran, Digital Desk: बिहार की सियासत में बड़ा मोड़ आ गया है। नीतीश कुमार अब रिकॉर्ड 10वीं दफा मुख्यमंत्री पद संभालने वाले हैं। कल यानी 20 नवंबर को सुबह 11:30 बजे गांधी मैदान में शपथ ग्रहण होगा। यह खबर पूरे राज्य में उत्साह भर रही है।

सोचिए जरा। एक ऐसा नेता जो दशक भर से बिहार की कमान संभाल रहा है। नीतीश कुमार की यह वापसी NDA के लिए खुशी का सबब है। मंगलवार को उन्होंने खुद समारोह की तैयारी चेक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमित शाह जैसे बड़े नेता भी आने वाले हैं। NDA वाले राज्यों के सीएम भी पहुंचेंगे।

अब बात चुनाव की। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 ने सबको चौंका दिया। कुल 243 सीटों में NDA ने 202 बटोर लीं। भाजपा को 89 मिलीं। जदयू को 85। लोजपा आरवी को 19। हमएस को 5 और रालो को 4। विपक्ष महागठबंधन के हिस्से में सिर्फ 35 सीटें। आरजेडी को 25। कांग्रेस को 6। सीपीआई एमएल लिबरेशन को 2। आईआईपी और सीपीआई एम को एक एक। एआईएमआईएम को 5 और बसपा को 1। यह जीत NDA के लिए मील का पत्थर साबित हुई।

बुधवार को पटना में जदयू विधायकों की बैठक हुई। वहां नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया। पार्टी के एक पुराने साथी ने बताया कि दिन में ही उन्हें बिहार में NDA का चेहरा भी बना दिया जाएगा। शाम को वे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिलेंगे। नई सरकार बनाने का आग्रह करेंगे। साथ ही सहयोगी दलों का समर्थन पत्र भी देंगे।

वर्तमान विधानसभा आज भंग हो जाएगी। इसके बाद नई शुरुआत। गांधी मैदान और आसपास भारी सुरक्षा लगाई गई है। जवान तैनात हैं। कोई चूक नहीं होनी चाहिए।

नीतीश कुमार का यह सफर आसान नहीं रहा। लेकिन हर बार वे लौटे हैं। बिहार के लोग उम्मीद बांधे हैं। विकास की नई लहर आएगी। क्या यह गठबंधन लंबा चलेगा। देखते हैं आने वाले दिन। बिहार की राजनीति में नया अध्याय शुरू हो चुका है।