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सोने की चमक भले ही कभी फीकी न हो, लेकिन उपभोक्ता समय-समय पर जरूर उभरते-बकाते का सामना करते हैं। मंगलवार को जब सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया, तब शायद किसी ने सोचा होगा कि अगले ही दिन इसमें इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी। लेकिन रविवार की सुबह बाज़ार के लिए बेटियाँ वाली रही। एमसीएक्स पर सोना ₹99,358 का रिकॉर्ड उच्चतम से ₹95,457 तक पहुंच गया। यानि एक संकेत में सोना ₹3,901 सस्ता हो गया।

अब प्रश्न ये है—क्या ये गिरावट अभी और जारी रहेगी? क्या ये सोने में निवेश करने का सही समय है या कुछ दिन और इंतजार करना समझदारी होगी? विशिष्टता, विस्तार से अंतःसंबंधी हैं।

सोने की दुकान में गिरावट क्यों आ रही है?

इस समय सोने के द्वीप में जो गिरावट देखने को मिल रही है, उसके पीछे कई वैश्विक और स्थानीय फैक्टर हैं। एक तो शेयर बाजार का मजबूत होना, दूसरी वजह से विदेशी निवेशकों का रुझान सोना डूब गया। दूसरी ओर, वैश्विक बैंकों में तनाव कम हो रहा है और आर्थिक संकट में भी तेजी से सोने के प्रति निवेशकों के रुझान कम हो रहे हैं।

बायबा मार्केट के प्रॉफिट का फेल है कि आने वाले समय में भी सोने की कीमत में गिरावट जारी रह सकती है। केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया का कहना है कि सोना अगले एक महीने में 10 प्रतिशत तक सस्ता हो सकता है।

सोने से हटकर सिल्वर की ओर रुख क्यों कर रहे हैं निवेशक?

हाल के दिनों में विपक्ष की रणनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। अब बड़े पैमाने पर निवेशकों को सोने से लेकर दूरस्थ समुद्रतट और चांदी में निवेश की अनुमति दी जा रही है। चांदी में निवेश के लिए बेहतर विकल्प पर विचार किया जा रहा है। अजय केडिया ने बताया कि लंबे समय तक सोने और चांदी का अनुपात 1:2 हुआ था, यानी 10 ग्राम सोना ₹50,000 तो 1 किलो चांदी ₹1,00,000। लेकिन अब ये संतुलन खो गया है—दोशों के बाजार लगभग बराबर हो गए हैं।

इसका सीधा मतलब यह है कि या तो सिल्वर की ग्लोबल आगे और बढ़ेगी या फिर सोना अपने पुराने रेश्यो पर लौटेगा। दोनों ही स्थिति में, सिल्वर नीदरलैंड एक आकर्षण निवेश विकल्प उभर कर सामने आ रहा है।

क्या अभी भी सोना बेचने वाला सही रहेगा?

अगर आप भी सोने की खरीदारी करने के बारे में सोच रहे हैं, तो सुझावों की राय है—थोड़ा इंतजार करिए। बाजार के संकेत ये बता रहे हैं कि सोने की बिक्री ₹91,000 तक गिर सकती है। ऐसे में अभी भी क्रिएटिविटी डैम पर फ्लॉप होने का रिस्क उठाया जाएगा।

निवेश का सबसे बड़ा नियम है- पैसा निकालने में सही समय। यदि आप दीर्घकालिक स्टार निवेशक हैं तो सिल्वर, गोल्ड ईटीएफ या फ़्रैंचाइज़ी फंड्स बेहतर पद पर आसीन हो सकते हैं।