
Up Kiran, Digital Desk: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज, 17 जुलाई को सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार के रुझानों और घरेलू मांग में बदलाव के चलते पीली धातु महंगी हो गई है। निवेशकों और आम खरीदारों दोनों के लिए यह एक महत्वपूर्ण जानकारी है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 24 कैरेट और 22 कैरेट दोनों तरह के सोने की दरों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सोने की कीमतों में यह वृद्धि कई वैश्विक और घरेलू कारकों का परिणाम है, जिन पर लगातार नजर रखी जा रही है।
सोने की कीमतों में उछाल के मुख्य कारण:
अंतर्राष्ट्रीय बाजार का प्रभाव: वैश्विक स्तर पर डॉलर की मजबूती या कमजोरी, भू-राजनीतिक तनाव (जैसे चल रहे संघर्ष या व्यापार युद्ध), और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आने वाले बदलाव सीधे सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। अनिश्चितता के समय सोना अक्सर एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ जाती है।
घरेलू मांग: भारत में त्योहारों और शादी-ब्याह के मौसम में सोने की मांग स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है। मांग बढ़ने से कीमतों पर ऊपर की ओर दबाव पड़ता है।
केंद्रीय बैंकों की नीतियां: विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में किए गए बदलाव और उनकी मौद्रिक नीतियां भी सोने की कीमतों को प्रभावित करती हैं। जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो सोने में निवेश अधिक आकर्षक हो जाता है।
मुद्रास्फीति (Inflation): बढ़ती मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में भी सोना एक लोकप्रिय विकल्प है, जिससे निवेशक इसकी ओर रुख करते हैं और कीमतें बढ़ती हैं।
आज की बढ़ोतरी के साथ, सोने में निवेश करने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है, जबकि खरीदारों को खरीदारी का फैसला लेने से पहले ताजा दरों की जांच करनी चाहिए।
--Advertisement--