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Up kiran,Digital Desk : नए साल से ठीक पहले सोने की कीमतों में एक बार फिर नरमी देखने को मिली है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 5 फरवरी 2026 एक्सपायरी वाला 24 कैरेट सोना शुक्रवार को 0.60 फीसदी गिरावट के साथ कारोबार करता नजर आया। कीमत में 849 रुपये की कमी आई और शाम 6:30 बजे तक यह 1,33,672 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड हो रहा था। दिन के दौरान सोने ने 1,34,360 रुपये का ऊपरी स्तर और 1,33,555 रुपये का निचला स्तर छुआ। इससे पहले यह 1,34,521 रुपये पर बंद हुआ था।

वहीं चांदी की चमक फिलहाल बरकरार है। 5 मार्च 2026 एक्सपायरी वाली चांदी में 0.34 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और भाव 702 रुपये बढ़ गए। खबर लिखे जाने तक चांदी 2,04,267 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही थी। सत्र के दौरान इसका उच्च स्तर 2,06,280 रुपये और निचला स्तर 2,02,656 रुपये रहा। पिछले कारोबारी दिन चांदी 2,03,565 रुपये पर बंद हुई थी।

IBJA पर भी दिखी कमजोरी

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की ओर से जारी कीमतों में भी नरमी देखी गई। शुक्रवार शाम 5 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 कैरेट सोना 675 रुपये सस्ता होकर 1,31,779 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एक दिन पहले यही भाव 1,34,454 रुपये था। चांदी में भी 1,183 रुपये की गिरावट दर्ज की गई और इसका रेट 2,00,067 रुपये प्रति किलो रहा, जो पहले 2,01,250 रुपये था।

Gold Price Outlook 2026: आगे क्या रहेगा रुख?

साल 2025 में सोने ने मजबूत प्रदर्शन किया। वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव, गोल्ड ETF में निवेश, डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी ने इसकी कीमतों को सहारा दिया। इन कारकों का असर 2026 में भी बना रह सकता है, जिससे लंबे समय में सोने को मजबूती मिलती दिख रही है।

हालांकि, मौजूदा स्तरों पर पहले ही अच्छी तेजी आ चुकी है, ऐसे में बीच-बीच में करेक्शन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। अगर वैश्विक हालात सुधरते हैं और निवेशकों का जोखिम लेने का रुझान बढ़ता है, तो सोने में अस्थायी गिरावट आ सकती है। इसके बावजूद, जानकारों का मानना है कि लंबी अवधि में सोना करीब 10 से 12 फीसदी तक और बढ़ सकता है और धीरे-धीरे 1,50,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर की ओर बढ़ सकता है।

निवेश के लिहाज से विशेषज्ञ सोने को पोर्टफोलियो में बनाए रखने की सलाह देते हैं। उतार-चढ़ाव से निपटने के लिए SIP के जरिए निवेश करना बेहतर माना जाता है। निवेश के लिए गोल्ड ETF को ज्यादा सुविधाजनक विकल्प माना जाता है, जबकि फिजिकल गोल्ड का इस्तेमाल पारंपरिक जरूरतों के लिए उपयुक्त रहता है।

Silver Price Target 2026: कितनी ऊपर जा सकती है चांदी?

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक, साल 2025 में चांदी ने असाधारण तेजी दिखाई और इसके भाव करीब 130 फीसदी तक बढ़े। 2026 के लिए चांदी का आउटलुक सकारात्मक है, लेकिन इसकी चाल सोने के मुकाबले ज्यादा उतार-चढ़ाव वाली रह सकती है।

आने वाले समय में चांदी में 20 से 25 फीसदी तक की और तेजी की संभावना जताई जा रही है। MCX पर इसके भाव 2,45,000 से 2,50,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकते हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें 72 से 74 डॉलर प्रति औंस के आसपास रह सकती हैं।

हालांकि, इतिहास बताता है कि तेज उछाल के बाद चांदी में बड़ी गिरावट भी देखी जा सकती है। ETF निवेश में कमी या निवेशकों का रुझान बदलने पर 25 से 30 फीसदी तक का करेक्शन संभव है। इसके बावजूद, क्लीन एनर्जी, सोलर सेक्टर, डेटा सेंटर और इलेक्ट्रिफिकेशन जैसी इंडस्ट्री से मिल रही मजबूत मांग चांदी को लंबे समय में सहारा देती रहेगी। यही वजह है कि लंबी अवधि में 100 डॉलर प्रति औंस का स्तर भी पूरी तरह असंभव नहीं माना जा रहा।