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Up Kiran, Digital Desk: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कथित 'जिम जिहाद' के विरुद्ध हिंदू संगठनों का अभियान अब जोर पकड़ रहा है। सोमवार सुबह बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शहर के अयोध्या नगर और मिनाल इलाके के जिमों पर धावा बोल दिया मुस्लिम जिम ट्रेनर्स को हटाने की मांग की और युवतियों व महिलाओं के लिए केवल महिला ट्रेनर्स नियुक्त करने पर जोर दिया। ये कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने भी इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस जांच की बात कही है।

बजरंग दल का 'ऑपरेशन जिम'

बजरंग दल के जिला संयोजक कमल और सह-संयोजक प्रशांत सिंह पटेल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने आज अयोध्या नगर के एक जिम में पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया। यह घटना तीन दिन पहले इसी क्षेत्र के एक अन्य जिम में दी गई चेतावनी के बाद हुई है जहां कार्यकर्ताओं ने संचालक को मुस्लिम ट्रेनर्स को न बुलाने की चेतावनी दी थी।

आज मिनाल इलाके के एक जिम में बजरंग दल ने धावा बोला और कथित तौर पर एक मुस्लिम ट्रेनर को बाहर निकाला। कार्यकर्ताओं ने जिम का रजिस्टर भी चेक किया और जिम मालिकों से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि युवतियों और महिलाओं के प्रशिक्षण के लिए केवल महिला ट्रेनर्स ही नियुक्त की जाएं। बजरंग दल का आरोप है कि कुछ मुस्लिम जिम ट्रेनर 'पर्सनल ट्रेनिंग' के बहाने हिंदू युवतियों से नजदीकियां बढ़ाते हैं और अंततः इसे 'लव जिहाद' को बढ़ावा देने के लिए एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं। संगठन ने इस अभियान को आगे भी जारी रखने का ऐलान किया है जिससे शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है। इस दौरान स्थानीय पुलिस भी जिमों पर पहुंची मगर अभी तक किसी औपचारिक गिरफ्तारी या कार्रवाई की कोई सूचना नहीं है।

सांसद आलोक शर्मा का सख्त रुख

इस मुद्दे पर भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने भी गंभीर चिंता व्यक्त की है और सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा "भोपाल के जिम ट्रेनर्स की सूची तैयार की गई है। महिलाओं के लिए केवल महिला ट्रेनर होने चाहिए। मध्य प्रदेश में मोहन यादव की सरकार है यहां लव जिहाद और लैंड जिहाद नहीं चलने दिया जाएगा।"

सांसद शर्मा ने यह भी बताया कि जिम ट्रेनर्स की यह सूची पुलिस को सौंपी जाएगी और कानून अपना काम करेगा। उनका यह बयान हाल ही में इंदौर में हुई एक घटना के बाद आया है जहां शूटिंग अकादमी संचालक मोहसिन खान को हिंदू युवतियों से दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस घटना ने 'लव जिहाद' के आरोपों को और हवा दी है और हिंदू संगठनों के इस अभियान को गति प्रदान की है।

कानून और व्यवस्था की चुनौती

भोपाल में 'जिम जिहाद' के नाम पर चलाए जा रहे इस अभियान ने शहर में सांप्रदायिक तनाव बढ़ने की आशंका पैदा कर दी है। एक तरफ हिंदू संगठन अपनी 'संस्कृति की रक्षा' के नाम पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ संविधान व्यक्तिगत स्वतंत्रता और रोजगार के अधिकारों की गारंटी देता है। पुलिस और प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखें और किसी भी तरह के धार्मिक भेदभाव या उत्पीड़न को रोकें वहीं नागरिकों के अधिकारों का भी सम्मान करें।

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