Up Kiran, Digital Desk: बागेश्वर धाम की पदयात्रा के चर्चे अभी थमे नहीं थे कि अब एक और यात्रा ने देवभूमि उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ज़मीन पर दस्तक दी है। यह यात्रा है "हिंदू जागो घर बेटी अस्तित्व बचाओ"। इसे शुरू किया है श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के शिष्य यति परमात्मानंद गिरी महाराज ने।
गुरु का संदेश गाँव गाँव
यह यात्रा हरिद्वार में माँ गंगा के तट से शुरू हुई है। इसका मक़सद साफ़ है नरसिंहानंद गिरी के संदेश को जन जन तक पहुँचाना। शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने अपने शिष्य की इस पहल को सराहा। उन्होंने सर्वानंद घाट पहुँचकर परमात्मानंद गिरी को आशीर्वाद दिया।
यात्रा का मुख्य संकल्प है एक लाख हिंदुओं को पाँच या उससे अधिक बच्चे पैदा करने की शपथ दिलाना। परमात्मानंद गिरी का कहना है कि यह संख्या पूरी होने के बाद ही वह अपने गुरु के दर्शन करेंगे।
नरसिंहानंद गिरी की चेतावनी
इस अवसर पर यति नरसिंहानंद गिरी ने अपने आशीर्वचन में गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा भारत मुस्लिम राष्ट्र बनने के कगार पर खड़ा है। उनका मानना है कि भारतीय नेता और हिंदू धर्मगुरु सनातन को बेचकर पैसा इकट्ठा करने की दौड़ में लगे हैं। ऐसा लगता है जैसे सनातन धर्म और संपूर्ण मानवता का विनाश आ चुका है।
उन्होंने कठोर शब्दों में कहा धन और राजनैतिक सत्ता के लालच ने हिंदुओं को पागलपन की सीमा पार करवा दी है। अब आम हिंदू को अपना भविष्य खुद तय करना पड़ेगा नहीं तो सभी हिंदुओं का वंश विनाश निश्चित है।
अब अस्तित्व बचाने की लड़ाई
परमात्मानंद गिरी की यह यात्रा देवभूमि उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गाँवों तक पहुँचेगी। इसका लक्ष्य हिंदुओं को उनके और उनके परिवार की रक्षा के लिए जागरूक करना है।
परमात्मानंद गिरी ने स्पष्ट किया कि यह सिर्फ धर्म या राष्ट्र की बात नहीं है। अब हर एक हिंदू का घर बेटी और अस्तित्व खतरे में है। इसलिए हिंदुओं को अपना परिवार मजबूत करना ज़रूरी है अन्यथा सब कुछ सर्वनाश हो जाएगा। यह यात्रा इसी जीवन मरण के सवाल पर हिंदुओं को जगाएगी।
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