Up Kiran, Digital Desk: आज जब एक्टर्स के काम के घंटों (वर्किंग आवर्स) और मेंटल हेल्थ पर इतनी बातें होती हैं, तब टीवी के जाने-माने एक्टर हितेन तेजवानी ने उस दौर को याद किया है, जब हालात बिल्कुल अलग थे। 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' और 'कुटुम्ब' जैसे सुपरहिट शो से घर-घर में पहचान बनाने वाले हितेन ने बताया कि एक वक्त ऐसा भी था जब वह 22-22 घंटे काम करते थे और घर जाना तो जैसे भूल ही गए थे।
मैं मुश्किल से ही घर जा पाता था: अपने एक हालिया इंटरव्यू में हितेन ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, "मैं मुश्किल से ही घर जा पाता था। मैं सेट पर ही सो जाया करता था।" उन्होंने बताया कि उस समय काम का दबाव इतना ज़्यादा था कि एक्टर्स के पास आराम करने का भी वक्त नहीं होता था।
हितेन उस दौर को याद करते हैं जब टीवी इंडस्ट्री में बहुत बड़ा बूम आया था और हर कोई बस काम... काम और काम कर रहा था। उन्होंने कहा, "मैंने उस दौर को जीया है जहाँ हम 20-22 घंटे काम करते थे, 2-3 घंटे सोते थे और फिर अगले दिन शूट पर वापस आ जाते थे।"
सेट ही बन गया था घर: हितेन ने मज़ाक में यह भी बताया कि उस समय उनकी को-स्टार (और अब पत्नी) गौरी प्रधान उनसे पूछती थीं कि क्या वह कभी घर भी जाते हैं! वह कहते हैं, "अगर हम थोड़ा फ्री भी होते थे, तो कहीं और जाने के बजाय हम अपनी वैनिटी वैन या मेकअप रूम में ही सो जाना पसंद करते थे, ताकि थोड़ा आराम मिल जाए।"
उन्होंने बताया कि कैसे वो और उनके को-स्टार्स सेट पर ही पावर नैप (छोटी झपकी) लेते थे और जैसे ही शॉट तैयार होता था, उन्हें जगा दिया जाता था।
हितेन का यह इंटरव्यू टीवी की दुनिया की उस चमक-धमक के पीछे की मेहनत और संघर्ष को दिखाता है। यह हमें बताता है कि स्क्रीन पर हमें जो किरदार आसानी से हंसाते और रुलाते हैं, उनकी ज़िंदगी असल में कितनी मुश्किलों और चुनौतियों से भरी होती है।
आज भी हितेन टीवी की दुनिया में सक्रिय हैं और जल्द ही 'क्या आप पाँचवी पास से तेज़ हैं?' शो को होस्ट करते नज़र आएँगे।



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