img

Up Kiran, Digital Desk: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई राज्यों के लिए अगले सात दिनों तक भारी बारिश और गरज-चमक के साथ तूफानी मौसम की चेतावनी जारी की है। मॉनसून अपने सक्रिय चरण में है, और इस पूर्वानुमान से देश के विभिन्न हिस्सों में व्यापक वर्षा की संभावना बढ़ गई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

आईएमडी के नवीनतम अपडेट के अनुसार, अगले एक सप्ताह (लगभग 13 से 19 अगस्त) तक कई राज्यों में मध्यम से भारी बारिश होने की आशंका है। कुछ इलाकों में तो बहुत भारी बारिश भी दर्ज की जा सकती है, जिसके साथ तेज हवाएं और बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं।

किन राज्यों पर रहेगा असर?

मूल रिपोर्ट में विशिष्ट राज्यों का उल्लेख नहीं है, लेकिन मॉनसून के मौजूदा पैटर्न को देखते हुए, आमतौर पर उत्तर भारत (हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड), मध्य भारत (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़), पूर्वी भारत (ओडिशा, पश्चिम बंगाल), और पूर्वोत्तर के राज्यों (असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश) के साथ-साथ दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों (कर्नाटक, केरल) में इस दौरान भारी बारिश देखी जाती है।

संभावित प्रभाव और सावधानियां:

जलभराव और बाढ़: निचले इलाकों में जलभराव और शहरी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ सकता है।

यातायात में रुकावट: भारी बारिश के कारण सड़कों पर फिसलन, कम दृश्यता (visibility) और जलभराव के चलते ट्रैफिक जाम और परिवहन में बाधा आ सकती है।

भूस्खलन और पेड़ गिरना: पहाड़ी और कमजोर ढलानों वाले इलाकों में भूस्खलन और चट्टानें गिरने का खतरा बढ़ जाएगा। तेज हवाओं के कारण पेड़ भी गिर सकते हैं।

दैनिक जीवन प्रभावित: स्कूल-कॉलेज बंद हो सकते हैं, और सामान्य कामकाज प्रभावित हो सकता है।

किसानों के लिए सलाह: किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए विशेष सावधानी बरतने और सिंचाई के पानी के प्रबंधन पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।

क्या करें:

अनावश्यक यात्रा से बचें।

अपने फोन को चार्ज रखें और टॉर्च व बैटरी का इंतजाम करें।

बिजली के खंभों और गिरे हुए तारों से दूर रहें।

जलभराव वाले इलाकों से गुजरने से बचें।

स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों और निर्देशों पर लगातार ध्यान दें।

बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।

--Advertisement--