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Up Kiran, Digital Desk: देश की सबसे भरोसेमंद जीवन बीमा कंपनियों में से एक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस (SBI Life Insurance) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 'आइडिएशनएक्स 2.0' (IdeationX 2.0) के सेमी-फिनाले में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB), हैदराबाद की टीम ने शानदार जीत दर्ज की है। चेन्नई के ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (GLIM) में आयोजित इस रोमांचक मुकाबले में देशभर के टॉप बी-स्कूलों को पछाड़कर ISB हैदराबाद ने ग्रैंड फिनाले में अपनी जगह पक्की कर ली है।

3500 टीमों को पछाड़कर बने विजेता: यह मुकाबला बेहद कड़ा था, जिसमें देशभर के टॉप बी-स्कूलों से 3,500 से अधिक टीमों ने हिस्सा लिया था। कई चरणों के कठिन मूल्यांकन के बाद, 40 सर्वश्रेष्ठ टीमों को सेमी-फिनाले के लिए चुना गया था। इनमें से भी ISB हैदराबाद की टीम ने अपनी काबिलियत और इनोवेटिव आइडिया से जजों को प्रभावित करते हुए ग्रैंड फिनाले की टॉप आठ टीमों में अपनी जगह बनाई।

ISB हैदराबाद की विजेता टीम में मेहुल चुघ, आयुष चौबे और किशमिश सक्सेना शामिल थे। इस इवेंट में IIM विशाखापत्तनम और GLIM चेन्नई जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों ने भी हिस्सा लिया।

क्या है ‘आइडिएशनएक्स’: आइडिएशनएक्स' एसबीआई लाइफ द्वारा शुरू किया गया एक ऐसा मंच है जो देश के सबसे प्रतिभाशाली युवा दिमागों को बीमा (Insurance) के भविष्य को लेकर नए और क्रांतिकारी विचार पेश करने का मौका देता है। इसका मकसद उन इनोवेटिव समाधानों को खोजना है जो देश में बीमा की पहुंच को बढ़ाने में मदद कर सकें।

‘युवा भारत की क्षमता का प्रदर्शन: इस अवसर पर एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के ब्रांड, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस और सीएसआर के प्रमुख रवींद्र शर्मा ने कहा, "आइडिएशनएक्स 2.0 का सेमी-फिनाले युवा भारत की उस क्षमता का एक प्रेरणादायक प्रदर्शन रहा है जो बीमा के भविष्य की नई कल्पना कर सकता है। छात्रों द्वारा दिखाई गई रचनात्मकता हमारे युवाओं की परिवर्तनकारी क्षमता को दर्शाती है।"

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत में बीमा की पहुंच अभी भी 4% से कम है, और '2047 तक सभी के लिए बीमा' (Insurance for All by 2047) के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नए और इनोवेटिव समाधानों की सख्त जरूरत है।

30,000 से अधिक छात्रों की भागीदारी के साथ, 'आइडिएशनएक्स 2.0' बीमा क्षेत्र में नए विचारों को पोषित करने के लिए एक शक्तिशाली मंच बन गया है। अब सभी की निगाहें ग्रैंड फिनाले पर टिकी हैं, जहां ये युवा इनोवेटर्स देश में बीमा को देखने और समझने के तरीके को बदलने की क्षमता रखते हैं।