img

Up Kiran, Digital Desk: एक नॉन-रेजिडेंट इंडियन (NRI) के तौर पर, जब आप भारत में अपने परिवार की सुरक्षा के लिए बीमा योजना खरीदने के बारे में सोचते हैं, तो अक्सर टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) और लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) के बीच चुनाव करना एक बड़ा दुविधा बन जाता है। दोनों ही योजनाएं आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं, लेकिन उनके काम करने का तरीका और मिलने वाले लाभों में महत्वपूर्ण अंतर हैं। आइए, इन दोनों के बीच के प्रमुख अंतरों को आसान शब्दों में समझते हैं, ताकि आप अपने और अपने परिवार के लिए सबसे बेहतर विकल्प चुन सकें।

लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) क्या है?

लाइफ इंश्योरेंस एक ऐसा अनुबंध है जो आपकी मृत्यु के बाद आपके परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। आप एक निश्चित राशि का भुगतान प्रीमियम के रूप में करते हैं, जो मासिक या वार्षिक हो सकता है। यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो बीमा कंपनी आपके परिवार को एक तय राशि, जिसे 'सम एश्योर्ड' (Sum Assured) कहा जाता है, का भुगतान करती है।

कुछ लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियां आपको जीवित रहने पर भी लाभ प्रदान करती हैं। इन्हें एंडोमेंट पॉलिसियां (Endowment Policies), मनी-बैक पॉलिसियां (Money-back Policies), या होल लाइफ पॉलिसियां (Whole Life Policies) कहा जाता है। संक्षेप में, लाइफ इंश्योरेंस सुरक्षा के साथ-साथ बचत (Savings) का विकल्प भी प्रदान करता है।

टर्म इंश्योरेंस (Term Insurance) क्या है?

टर्म इंश्योरेंस लाइफ इंश्योरेंस का सबसे सरल और शुद्ध रूप है। यह केवल सुरक्षा (Protection) प्रदान करता है, न कि कोई बचत या निवेश (Investment) का लाभ। आप एक निश्चित अवधि (जैसे 10, 20, या 30 साल) चुनते हैं, और यदि उस अवधि के दौरान आपकी मृत्यु हो जाती है, तो बीमा कंपनी आपके परिवार को एक बड़ी राशि का भुगतान करती है।

हालांकि, यदि आप पॉलिसी की अवधि तक जीवित रहते हैं, तो आपको कोई राशि वापस नहीं मिलती है। यही कारण है कि टर्म इंश्योरेंस सबसे सस्ता होता है। आप बहुत कम प्रीमियम पर ₹1 करोड़ या ₹2 करोड़ का बीमा कवर प्राप्त कर सकते हैं।

NRI के लिए टर्म इंश्योरेंस बनाम लाइफ इंश्योरेंस: मुख्य अंतर

खरीदने का उद्देश्य (Why You Buy It):

टर्म इंश्योरेंस: इसका एकमात्र उद्देश्य आपकी मृत्यु की स्थिति में आपके प्रियजनों को वित्तीय सहायता देना है। इसमें कोई बचत घटक नहीं होता।

लाइफ इंश्योरेंस: यह सुरक्षा के साथ-साथ बचत का भी लाभ देता है। यदि पॉलिसी अवधि तक कुछ नहीं होता है, तब भी आपको पॉलिसी के अंत में कुछ राशि प्राप्त हो सकती है।

 योजना की लागत (Plan Cost):

टर्म इंश्योरेंस: प्रीमियम काफी कम होता है। उदाहरण के लिए, एक 30 वर्षीय स्वस्थ NRI के लिए ₹1 करोड़ के टर्म इंश्योरेंस का वार्षिक प्रीमियम लगभग ₹10,000 से ₹15,000 हो सकता है।

लाइफ इंश्योरेंस: यह काफी महंगा होता है। इसमें बचत का हिस्सा भी शामिल होता है, इसलिए समान ₹1 करोड़ के कवर के लिए प्रीमियम 5 से 10 गुना अधिक हो सकता है।

परिवार को क्या मिलता है (What Your Family Gets):

टर्म इंश्योरेंस: यदि पॉलिसी अवधि के दौरान मृत्यु होती है, तो परिवार को पूरा 'सम एश्योर्ड' मिलता है। यदि पॉलिसीधारक जीवित रहता है, तो उसे कुछ भी वापस नहीं मिलता (जब तक कि 'रिटर्न ऑफ प्रीमियम' योजना न खरीदी हो, जो महंगी होती है)।

लाइफ इंश्योरेंस: मृत्यु पर परिवार को भुगतान मिलता है, और यदि पॉलिसीधारक जीवित रहता है, तो उसे मैच्योरिटी राशि (Maturity Amount) के साथ संभावित बोनस भी मिलते हैं।

 रिटर्न और निवेश (Returns and Investment):

टर्म इंश्योरेंस: यह एक निवेश साधन नहीं है, यह केवल सुरक्षा के लिए है। कोई रिटर्न नहीं मिलता जब तक कि कोई क्लेम न हो।

लाइफ इंश्योरेंस: यह एक दीर्घकालिक निवेश (Long-term Investment) है। पॉलिसी अवधि के बाद रिटर्न मिलता है, हालांकि ये अन्य निवेशों जैसे म्यूचुअल फंड या फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में कम हो सकते हैं।

NRI के लिए क्लेम प्रक्रिया (Claim Process for NRIs)

टर्म और लाइफ इंश्योरेंस दोनों के लिए क्लेम प्रक्रिया समान है।

पॉलिसीधारक की मृत्यु की स्थिति में, नॉमिनी को मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक कागजात जमा करके क्लेम किया जा सकता है।

यदि मृत्यु भारत के बाहर होती है, तब भी अधिकांश भारतीय बीमा कंपनियां क्लेम का निपटान करती हैं, बशर्ते पॉलिसी सक्रिय हो और उचित कागजात प्रस्तुत किए गए हों।

कई बीमा कंपनियां विशेष NRI ग्राहक सेवा प्रदान करती हैं, जिससे क्लेम प्रक्रिया आसान हो जाती है।

NRI के लिए टैक्स लाभ (Tax Benefits for NRIs)

NRI भारतीय कर कानूनों के तहत निवासी भारतीयों के समान कर लाभ (Tax Benefits) प्राप्त कर सकते हैं।

भुगतान किए गए प्रीमियम पर धारा 80C के तहत कटौती का लाभ लिया जा सकता है।

परिवार को प्राप्त होने वाली भुगतान राशि आमतौर पर धारा 10(10D) के तहत कर-मुक्त होती है।

नवीनतम नियमों से अवगत रहना या कर पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आप ऐसे देश में रहते हैं जो विश्वव्यापी आय पर कर लगाता है।

विदेश में इन योजनाओं को खरीदना (Buying These Plans Overseas)

अब विदेश में रहते हुए भी भारत में बीमा खरीदना सुविधाजनक है।

आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से दस्तावेज़ जमा कर सकते हैं, और अपने देश में स्थानीय डायग्नोस्टिक सेंटरों के माध्यम से चिकित्सा जांच करवा सकते हैं।

प्रीमियम का भुगतान आपके NRE या NRO बैंक खातों से किया जा सकता है।

LIC, HDFC Life, ICICI Prudential, Max Life, SBI Life, और Tata AIA जैसी सभी प्रमुख बीमा कंपनियां NRIs के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई पॉलिसियां प्रदान करती हैं।

--Advertisement--

NRI Non-Resident Indian Insurance Life Insurance Term Insurance Family Protection Financial Security savings Investment Premium Sum Assured Claim Process Tax Benefits NRI Policies Policy Cost Returns Endowment Policy Money-back Policy Whole Life Policy Return of Premium Budget-friendly Protection long term investment Indian Insurance Companies LIC HDFC Life ICICI Prudential Max Life SBI Life Tata AIA NRE Account NRO Account Medical Check-up Abroad Tax Deduction Section 80C Section 10(10D) Tax Professional Financial Planning Indian Market Overseas Buying online application Electronic Documents NRI Customer Care एनआरआई बम जीवन बीमा टर्म बीमा पारिवारिक सुरक्षा वित्तीय सुरक्षा बचत निवेश प्रीमियम बीमा राशि दावा प्रक्रिया कर लाभ एनआरआई नीतियां पॉलिसी लागत रिटर्न एंडोमेंट पॉलिसी मनी-बैक पॉलिसी होल लाइफ पॉलिसी रिटर्न ऑफ प्रीमियम बजट-अनुकूल सुरक्षा दीर्घकालिक निवेश भारतीय बीमा कंपनियां एलआईसी एचडीएफसी लाइफ आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैक्स लाइफ एसबीआई लाइफ टाटा एआईए एनआरई खाता एनआरओ खाता विदेश में चिकित्सा जांच कर कटौती धारा 80सी धारा 10(10डी) कर पेशेवर वित्तीय योजना भारतीय बाजार विदेश में खरीद ऑनलाइन आवेदन इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज एनआरआई ग्राहक सेवा