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Up Kiran, Digital Desk: भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हमेशा से सिर्फ खेल नहीं, बल्कि भावनाओं और राजनीतिक तनावों का भी अखाड़ा रहे हैं। इसी कड़ी में, वर्ल्ड कप लीग (WCL) के तहत भारत के पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलने से इनकार करने के बाद एक बार फिर विवाद गहरा गया है।

इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का एक बयान सुर्खियों में है, जिसमें उन्होंने अपने ही देश के एक खिलाड़ी को 'सड़ा हुआ अंडा' कह दिया। यह टिप्पणी भले ही सीधे तौर पर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंध से जुड़ी न हो (उन्होंने यह टिप्पणी इमाम-उल-हक के खेल प्रदर्शन की आलोचना करते हुए की थी), लेकिन इसने बहस को और तेज़ कर दिया है।

दरअसल, अफरीदी ने पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज इमाम-उल-हक के खेल प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा था, "मेरे हिसाब से वह एक सड़ा हुआ अंडा है। मुझे पता है कि वह मेरा दामाद है, लेकिन अगर मैं टीम प्रबंधन में होता, तो मैं उसे इतने मौके नहीं देता। जब वह 25-30 रन बनाकर आउट होता है, तो उसका शरीर भाषा बदल जाता है। यह स्वीकार्य नहीं है।"

भारत सरकार ने राजनीतिक तनावों और सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए पाकिस्तान में खेलने से साफ इनकार कर दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक केंद्र सरकार अनुमति नहीं देती, तब तक वह पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलेगा।

इस फैसले का सीधा असर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) पर पड़ा है। भारत के खेलने से इनकार करने के बाद, पीसीबी को WCL में पॉइंट्स का नुकसान हुआ है, जिससे पाकिस्तान के सीधे तौर पर विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीदों को झटका लगा। पीसीबी ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के सामने उठाया है।

आईसीसी ने हालांकि कहा है कि वह ऐसे विवादों में हस्तक्षेप नहीं कर सकता, जब तक कि दोनों देशों की सरकारें अनुमति न दें। यह मामला अब सिर्फ क्रिकेट मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि दोनों देशों के बीच के जटिल राजनीतिक संबंधों को भी दर्शाता है।

 आगामी विश्व कप के लिए क्वालीफिकेशन की दौड़ में, पाकिस्तान के लिए यह फैसला महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इन दो क्रिकेट दिग्गजों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध कैसे आगे बढ़ते हैं।

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