img

Up Kiran, Digital Desk: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज़ भारत के लिए सही समय पर आई है। पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया ने सबसे छोटे प्रारूप में जबरदस्त प्रदर्शन किया है, लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा कुछ अलग हो सकता है। एशिया कप में चुनौती कम थी, लेकिन अब मेहमान टीम को मैदान में कठिन टेस्ट देना है। कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए यह दौरा कप्तानी के सबसे कठिन टेस्ट में से एक होगा।

टीम इंडिया को अब तक अपनी प्लेइंग XI में कुछ अहम बदलावों का सामना करना पड़ सकता है। हार्दिक पांड्या की चोट के कारण उनकी कमी खल सकती है। एशिया कप के दौरान फाइनल में भी वह खेलने में असमर्थ रहे थे, जिससे शिवम दुबे को गेंदबाजी का मौका मिला था। अब देखना यह होगा कि क्या वह आगामी सीरीज़ में अपनी छाप छोड़ पाते हैं।

प्लेइंग XI में ये हो सकते हैं बड़े बदलाव

भारत के शीर्ष पांच खिलाड़ी पहले से चयन के लिए तैयार हैं। पारी की शुरुआत करेंगे अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल। इसके बाद तीसरे और चौथे स्थान पर सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा का नाम लगभग तय है। मध्यक्रम में संजू सैमसन को अहम भूमिका निभानी होगी, जैसा कि एशिया कप में हुआ था। वहीं, जितेश शर्मा को अभी इंतजार करना पड़ेगा।

कुलदीप यादव, जिन्होंने एशिया कप में 17 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया, उनका टीम में होना निश्चित माना जा रहा है। हालांकि, पहले दो वनडे में बेंच पर बैठे कुलदीप अब बुमराह के साथ टीम में सबसे पहले शामिल होंगे।

क्या भारत को गेंदबाजी में मिलेगा पर्याप्त संतुलन?

टीम इंडिया को टी20 में गेंदबाजी में गहराई की आवश्यकता होगी। ऐसे में नितीश कुमार रेड्डी जैसे खिलाड़ी को अर्शदीप सिंह के स्थान पर टीम में शामिल किया जा सकता है, जो एशिया कप में एकादश का हिस्सा नहीं बन पाए थे। अक्षर पटेल और वरुण चक्रवर्ती को भी अंतिम एकादश में जगह मिलने की उम्मीद है।

रिंकू सिंह, वाशिंगटन सुंदर, और हर्षित राणा जैसे खिलाड़ियों को सीरीज़ में मौका मिलने की संभावना कम है।

भारत की संभावित प्लेइंग XI

अभिषेक शर्मा

शुभमन गिल

सूर्यकुमार यादव (कप्तान)

तिलक वर्मा

संजू सैमसन (विकेटकीपर)

शिवम दुबे

अक्षर पटेल

नितीश कुमार रेड्डी / अर्शदीप सिंह

जसप्रीत बुमराह

वरुण चक्रवर्ती

कुलदीप यादव

भारत के लिए यह सीरीज़ जीतना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि टी20 वर्ल्ड कप के लिए तैयारियों को सही दिशा में रखा जा सके। इस दौरे में टीम इंडिया को अपनी बेंच स्ट्रेंथ का भी पूरा परीक्षण करना होगा, और देखना होगा कि वे इस चुनौती को किस तरह स्वीकार करते हैं।