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fraud: भारतीय क्रिकेटर राहुल चाहर के पिता देशराज सिंह चाहर से जुड़े धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक बिल्डर ने उनसे 26.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई है। इस मामले में राहुल के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

राहुल के पिता का आरोप है कि नरसी विलेज के मालिक वासुदेव गर्ग, कर्मचारी अरुण गुप्ता और पीयूष गोयल ने जमीन के एक टुकड़े पर घर बनाने के लिए पैसे लिए, मगर 12 साल बाद भी उन्होंने पैसे वापस नहीं किए हैं। पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।

राहुल चाहर के पिता ने कंपनी से जुड़े तीन लोगों पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में 12 साल से कोई अपडेट नहीं मिला है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 5 जून 2024 को जब राहुल के पिता सेल एग्रीमेंट पर साइन कराने की मांग करने गए तो वहां उनकी मुलाकात अरुण गुप्ता और पीयूष गोयल से हुई। उस समय दोनों ने राहुल के पिता के साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। उसके बाद से वे दोबारा नहीं मिले हैं। आगरा के डीसीपी ने इस मामले में राहुल चाहर के पिता को सहयोग करने का वादा किया है।

डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय के मुताबिक, राहुल चाहर के पिता के पास मकान के लिए दी गई रकम के सबूत हैं। उसी आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

क्या है पूरा मामला?

इस मामले में राहुल चाहर के पिता देशराज सिंह चाहर ने 2024 में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने पहले जांच की और जब बिल्डर प्लॉट पर बना मकान देने को तैयार नहीं हुआ तो मामला दर्ज कर लिया। राहुल के पिता की शिकायत के मुताबिक, कंपनी के मालिक वासुदेव गर्ग ने नरसी विलेज नाम से एक कॉलोनी बनाई थी। 2012 में उन्होंने उसी कॉलोनी में दो प्लॉट बुक किए थे, जिस पर कंपनी घर बनाने जा रही थी। बिल्डर ने 2016 में एक प्लॉट दूसरे को बेच दिया। जब यह बात राहुल के पिता को पता चली तो उन्होंने वासुदेव गर्ग से अपनी जमा पूंजी मांगी, जो उन्हें वापस मिल गई।

इसके बाद देशराज सिंह ने 2018 में दूसरे प्लॉट को बेटे राहुल चाहर के नाम ट्रांसफर करने के लिए आवेदन किया। इसके लिए उनसे 32 हजार रुपये ट्रांसफर फीस ली गई, जो कंपनी ने उन्हें आज तक नहीं दी। इतना ही नहीं बल्कि प्लॉट पर घर बनाने के लिए बाकी रकम 26।50 लाख भी दे दी है। मकान बनाने के बाद भी बिल्डर वासुदेव गर्ग ने बैनामा नहीं किया है। राहुल के पिता का आरोप है कि बिल्डर प्लॉट की तरह ही घर भी किसी और को बेचने की योजना बना रहा है।

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