Up Kiran, Digital Desk: भारतीय टेस्ट क्रिकेट की दीवार माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। लगभग दो दशक लंबे करियर में भारत को असंख्य यादगार पल देने वाले पुजारा के फैसले के बाद सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं, श्रद्धांजलियों और भावुक संदेशों की बाढ़ आ गई।
37 वर्षीय पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैचों में 43.60 की औसत से 7,195 रन बनाए। उनकी आखिरी उपस्थिति 2023 में द ओवल में खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हुई थी। अपने धैर्यपूर्ण और तकनीकी रूप से सटीक खेल की बदौलत वे इस पीढ़ी में क्लासिकल टेस्ट बल्लेबाजी के सबसे बड़े पैरोकार माने जाते हैं।
घरेलू क्रिकेट में रचा इतिहास
2005 में क्रिकेट करियर शुरू करने वाले पुजारा ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 278 मुकाबलों में 21,301 रन बनाए। यह आँकड़ा भारतीय क्रिकेट के कुछ महानतम बल्लेबाजों के बराबर खड़ा होता है। सौराष्ट्र रणजी टीम के लिए उनके योगदान को आज भी स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
उनादकट का भावुक संदेश
पुजारा के लंबे समय के साथी और सौराष्ट्र के ही तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने एक भावुक नोट शेयर किया। उन्होंने याद किया कि कैसे 2010 में पुजारा ने खुद कोलकाता नाइट राइडर्स प्रबंधन से बात करके उन्हें ट्रायल दिलवाया और पहला आईपीएल मैच खेलने का मौका दिलाया।
उनादकट ने लिखा, “आज जब तुम अपने शानदार करियर का अंत कर रहे हो, मुझे गर्व और भावुकता दोनों हो रही है। मुझे सबसे पहले तुम्हें सीनियर कहने, फिर सहकर्मी और अंत में भाई कहने का सौभाग्य मिला। तुम लाखों युवाओं के लिए सदैव प्रेरणा रहोगे।”
उन्होंने दोनों की निजी यादें भी साझा कीं – फीफा गेम्स की लड़ाइयों से लेकर ताश खेलने तक की मज़ेदार घटनाओं का जिक्र कर उन्होंने पुजारा के निजी जीवन के हल्के-फुल्के और शरारती पहलू को सामने रखा।
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