
Up Kiran, Digital Desk: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को आतंकवाद और आर्थिक अस्थिरता के मुद्दों पर आड़े हाथों लिया है। भारत ने पाकिस्तान को 'कट्टरता और आतंकवाद में डूबा हुआ' देश बताते हुए उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से बार-बार कर्ज लेने वाला 'स्थायी कर्जदार' करार दिया।
यह तीखा हमला तब हुआ जब पाकिस्तान ने भारतीय मामलों पर टिप्पणी करने का प्रयास किया, जिसके जवाब में भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान के अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद के समर्थन के लंबे इतिहास और उसकी बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डाला।
भारत ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान की अपनी जमीन पर आतंकवादी समूहों को पनाह देने और उनका समर्थन करने की नीति न केवल क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है, बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी गंभीर चुनौती है। भारत ने दशकों से पाकिस्तान की इस नीति के कारण झेलनी पड़ी समस्याओं पर प्रकाश डाला और उसे आतंकवाद को अपनी राष्ट्रीय नीति के रूप में इस्तेमाल करना बंद करने का आह्वान किया।
आर्थिक मोर्चे पर, भारत ने पाकिस्तान की IMF पर अत्यधिक निर्भरता पर कटाक्ष किया, जो उसकी गहरी वित्तीय संकट का संकेत है। भारत ने कहा कि एक ऐसा देश जो अपनी अर्थव्यवस्था को संभालने में असमर्थ है और लगातार अंतरराष्ट्रीय मदद पर निर्भर है, उसे अन्य देशों के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
UNSC जैसे महत्वपूर्ण मंच पर भारत का यह कड़ा रुख दर्शाता है कि भारत आतंकवाद और आर्थिक कुप्रबंधन के मुद्दों पर पाकिस्तान के दोहरे मापदंड को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने उजागर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। यह बयान वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती मुखरता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ नीति को भी दर्शाता है।
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