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स्वच्छता के क्षेत्र में एक बार फिर इंदौर ने कमाल कर दिखाया है। भारत सरकार द्वारा जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, इंदौर लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है। यह उपलब्धि इंदौर के लोगों की जागरूकता, नगर निगम की मेहनत और प्रशासन की सही रणनीति का नतीजा है।

इस बार की रैंकिंग में गुजरात का सूरत शहर दूसरे स्थान पर रहा है, जबकि तीसरे नंबर पर नवी मुंबई ने अपनी जगह बनाई है। इंदौर की सफाई व्यवस्था, वेस्ट मैनेजमेंट, गीला-सूखा कचरा अलग करने की व्यवस्था और जनता की भागीदारी ने इसे फिर से नंबर-1 बना दिया है।

स्वच्छ सर्वेक्षण हर साल शहरी विकास मंत्रालय द्वारा कराया जाता है। इसमें शहरों की सफाई, जन जागरूकता, कचरा प्रबंधन, शौचालय व्यवस्था और नागरिकों की प्रतिक्रिया जैसे कई बिंदुओं पर मूल्यांकन किया जाता है।

इस सर्वे में इंदौर को सबसे ज्यादा अंक घरेलू और सार्वजनिक कचरा अलग करने की व्यवस्था, प्लास्टिक फ्री ज़ोन, घरों से कचरा संग्रहण और नागरिकों की संतुष्टि के कारण मिले हैं।

इंदौर नगर निगम ने इस बार भी “जीरो वेस्ट सिटी” का टारगेट रखा और सफलतापूर्वक इसे हासिल भी किया। शहर में हर मोहल्ले और बाजार में डस्टबिन की सुविधा, वेस्ट से कंपोस्ट खाद बनाना और कचरे से बिजली उत्पन्न करने जैसे कई इनोवेटिव कदम उठाए गए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शहरी विकास मंत्री ने इंदौर की इस सफलता की सराहना करते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए प्रेरणा है।