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Up Kiran, Digital Desk: पश्चिम एशिया में हाल ही में हुए 12 दिवसीय संघर्ष के बाद ईरान और इजरायल के बीच तनाव की स्थिति भले ही थोड़ी शांत हो गई हो, लेकिन सैन्य तैयारियों में कोई ढील नहीं दी गई है। जून में हुए इस सैन्य टकराव में जहां इजरायली वायुसेना ने ईरानी वायु रक्षा प्रणालियों को गंभीर रूप से क्षति पहुंचाई थी, वहीं अब ईरान ने इस नुकसान की भरपाई करते हुए एक बार फिर खुद को तैयार बता दिया है।
एक महीने में फिर खड़ी की सुरक्षा दीवार
ईरानी सेना के संचालन उप प्रमुख महमूद मौसवी ने देश की सरकारी समाचार एजेंसी डेफा प्रेस को बताया कि ईरान ने बेहद कम समय में अपनी वायु सुरक्षा प्रणाली को दोबारा स्थापित कर लिया है। उनका दावा है कि घरेलू तकनीक और संसाधनों के इस्तेमाल से नई प्रणालियों को स्थापित किया गया है, जो पहले से अधिक सटीक और व्यापक सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम हैं।
मौसवी ने स्पष्ट रूप से कहा, “हमें इस बात से इंकार नहीं है कि हमारी कुछ एयर डिफेंस यूनिट्स को नुकसान पहुंचा था, लेकिन हमने योजना के अनुसार उन्हें उन स्थानों पर पुनः स्थापित कर दिया है जहां से देश के हवाई क्षेत्र की प्रभावी निगरानी और रक्षा संभव है।”
संघर्ष में हुए थे भारी नुक़सान
बीते महीने हुए टकराव में इजरायल की वायु सेना ने ईरान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था। इन हमलों में ईरान की वायु रक्षा प्रणाली को खासा नुकसान हुआ था, जिससे उसकी हवाई सीमाओं की सुरक्षा पर असर पड़ा। इसके जवाब में ईरान ने भी आक्रामक रुख अपनाते हुए इजरायल के हाइफा और तेल अवीव स्थित सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए थे।
इस जवाबी हमले में इजरायल की मशहूर आयरन डोम प्रणाली को भी आंशिक नुकसान पहुंचा था, जिससे दोनों देशों की वायु सुरक्षा तैयारियों की गंभीर परीक्षा हुई।
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