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इज़राइल और हमास के बीच शांति योजना के पहले चरण पर बनी सहमति को भारत ने भी खुलकर समर्थन दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में इस ऐतिहासिक पहल का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि यह कदम मिडल ईस्ट में स्थायी शांति का रास्ता खोलेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि हम राष्ट्रपति ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं। बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों के लिए मानवीय सहायता से स्थायी शांति की उम्मीद है।

नेतन्याहू को मिला मोदी का समर्थन

पीएम मोदी ने इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के "मज़बूत नेतृत्व" की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह समझौता न केवल युद्ध का अंत कर सकता है, बल्कि इस क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा भी ला सकता है।

ट्रंप का दावा: "यह इज़राइल और मुस्लिम दुनिया के लिए ऐतिहासिक दिन"

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर ऐलान किया कि इज़राइल और हमास शांति योजना के पहले चरण पर राज़ी हो गए हैं। ट्रंप ने दावा किया कि जल्द ही सभी बंधक और कैदी रिहा होंगे और इज़राइल अपने सैनिकों को सहमति वाली रेखा तक वापस बुलाएगा।

उन्होंने लिखा कि यह इज़राइल, अरब देशों और मुस्लिम जगत के लिए एक महान दिन है। सभी के साथ निष्पक्ष व्यवहार होगा।

नेतन्याहू बोले: "यह नैतिक और राष्ट्रीय जीत है"

इज़राइली पीएम नेतन्याहू ने इस समझौते को एक कूटनीतिक सफलता बताया। उन्होंने ट्रंप को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी वजह से इज़राइल और उसके लोगों को यह सफलता मिली।

नेतन्याहू ने कहा कि हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हर बंधक वापस नहीं आता। मजबूत सैन्य कार्रवाई और हमारे मित्र ट्रंप के समर्थन से हम इस मोड़ तक पहुंचे हैं।