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Up Kiran, Digital Desk: गाजा में पिछले कई महीनों से चल रहे विनाशकारी युद्ध के बीच शांति की एक  (unexpected) किरण नजर आ रही है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संकेत दिए हैं कि वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित गाजा शांति योजना के पहले चरण को लागू करने पर विचार कर रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस योजना पर हमास ने भी शुरुआती तौर पर सधी हुई प्रतिक्रिया दी है।

यह खबर इसलिए भी अहम है क्योंकि अब तक दोनों पक्ष किसी भी समझौते पर पहुंचने में नाकाम रहे हैं। अब डोनाल्ड ट्रंप के एक प्लान ने इस समीकरण में नया मोड़ ला दिया है।

क्या है ट्रंप का शांति प्लान:  इस योजना का पूरा विवरण अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि इसके पहले चरण में युद्धविराम (ceasefire) और कुछ बंधकों की रिहाई शामिल हो सकती है। यह प्लान लंबे समय तक शांति स्थापित करने के एक बड़े रोडमैप का हिस्सा हो सकता है, जिसे ट्रंप ने अपने सलाहकारों के साथ मिलकर तैयार किया है।

इजरायल और हमास क्यों हैं तैयार?

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर देश के अंदर और बाहर, दोनों तरफ से युद्ध खत्म करने और बंधकों को सुरक्षित वापस लाने का भारी दबाव है। वहीं, हमास भी लगातार हो रहे इजरायली हमलों से कमजोर पड़ रहा है और उसे भी एक राहत की जरूरत है।

खबरों के मुताबिक, हमास ने इस योजना को पूरी तरह से खारिज नहीं किया है, बल्कि एक "सशर्त प्रतिक्रिया" दी है। इसका मतलब है कि वह कुछ शर्तों के साथ बातचीत के लिए तैयार हो सकता है। यह इस संघर्ष में एक बड़ा बदलाव है, क्योंकि अब तक हमास पूर्ण युद्धविराम और इजरायली सेना की वापसी की मांग पर अड़ा हुआ था।

आगे क्या होगा: पूरी दुनिया की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि क्या ट्रंप का यह प्लान वाकई गाजा में शांति ला पाएगा। अगर इजरायल और हमास दोनों इस योजना के पहले चरण पर सहमत हो जाते हैं, तो यह महीनों से चल रही तबाही को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। हालांकि, यह रास्ता अभी भी मुश्किलों से भरा है, लेकिन एक नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगी है।