Up Kiran, Digital Desk: गुरुवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं रहा। अंतरराष्ट्रीय तनाव की खबरों के बीच निवेशकों में ऐसी घबराहट फैली कि उन्होंने बाजार में जमकर बिकवाली की, जिसके चलते बाजार लाल निशान में बंद हुआ। कारोबार के अंत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 573 अंक टूटकर 74,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से भी नीचे आ गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 24,718 के स्तर पर बंद हुआ।
क्यों आई बाजार में यह सुनामी?
इस भारी गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह मध्य-पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता हुआ संघर्ष है। जब भी दुनिया के किसी हिस्से में लड़ाई या बड़े तनाव की स्थिति बनती है, तो इसका सीधा असर वैश्विक अर्थव्यवस्था और शेयर बाजारों पर पड़ता है। निवेशक ऐसे माहौल में जोखिम लेने से डरते हैं और अपना पैसा शेयरों से निकालकर सोने या डॉलर जैसी सुरक्षित जगहों पर लगाना पसंद करते हैं।
आज भारतीय बाजार में भी यही डर हावी रहा। दिन भर के कारोबार में लगभग सभी सेक्टरों, खासकर बैंकिंग, आईटी और मेटल के शेयरों में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया। निवेशकों की इस 'प्रॉफिट बुकिंग' (मुनाफावसूली) के चलते बाजार को संभलने का कोई मौका ही नहीं मिला।
बाजार के जानकारों का मानना है कि जब तक यह अंतरराष्ट्रीय तनाव कम नहीं होता, तब तक बाजार में इसी तरह का उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
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