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Up Kiran, Digital Desk: जहां एक तरफ इजराइल की सेना गाज़ा पर लगातार हवाई और ज़मीनी हमले कर रही है, वहीं फ्रांस ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए फ़िलिस्तीन को आधिकारिक तौर पर राज्य का दर्जा दे दिया है।

सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यह ऐलान किया। यह निर्णय उस समय लिया गया जब फ्रांस और सऊदी अरब की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र में एक उच्चस्तरीय सम्मेलन चल रहा था, जिसका मकसद इज़राइल-फ़िलिस्तीन संघर्ष के लिए दो-राष्ट्र समाधान को बढ़ावा देना है।

मैक्रों ने कहा कि हम मध्य पूर्व में शांति के अपने वादे पर कायम हैं। आज मैं ऐलान करता हूं कि फ्रांस फ़िलिस्तीन को एक स्वतंत्र और संप्रभु राज्य के रूप में मान्यता देता है।

गुटेरेस बोले – "राज्य का दर्जा कोई ईनाम नहीं, यह अधिकार है"

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि फ़िलिस्तीनियों के लिए राज्य की मान्यता कोई उपहार नहीं, बल्कि उनका वैध अधिकार है। उन्होंने कहा कि यह समय है जब दुनिया को दो-राज्य समाधान की ओर ठोस कदम उठाने चाहिए।

इज़राइल कर रहा गाज़ा पर कब्ज़े की तैयारी

इस बीच इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार गाज़ा पर पूरी तरह से कब्ज़ा करने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, गाज़ा के उत्तरी और मध्य हिस्सों में इज़राइली सेना ने बड़ी कार्रवाई की है और अब दक्षिणी गाज़ा को टारगेट किया जा रहा है।

नेतन्याहू ने पहले भी फ़िलिस्तीनी राज्य की मान्यता का विरोध किया था। अब उन्होंने चेतावनी दी है कि यह कदम हमास को मज़बूत करेगा, जो गाज़ा के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण रखता है।