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Pan Card 2.0: पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को नया क्यूआर कोड आधारित पैन कार्ड जारी करने के लिए 1,435 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दे दी। अगले साल से लागू होने वाली इस परियोजना का लक्ष्य पैन जारी करने की मौजूदा प्रणाली को आगे बढ़ाना है। पैन 2.0 परियोजना के तहत, एक उन्नत क्यूआर कोड आधारित प्रणाली की शुरूआत से नकली कार्डों की पहचान करना आसान हो जाएगा और करदाता एक से अधिक पैन कार्ड नहीं रख पाएंगे। इतना ही नहीं, नए पैन कार्ड से धोखाधड़ी करना बेहद मुश्किल हो जाएगा और आम लोगों को इससे सुरक्षा मिलेगी.

आयकर विभाग ने कहा कि जिन लोगों के पास पहले से ही पैन कार्ड है, उन्हें नए कार्ड के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। अगर कोई व्यक्ति अपने मौजूदा पैन कार्ड में कोई सुधार या अपडेट कराना चाहता है तो वह पैन 2.0 प्रोजेक्ट के तहत नए कार्ड के लिए आवेदन कर सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, पैन 2.0 के तहत क्यूआर कोड वाला नया अपग्रेडेड पैन कार्ड धोखाधड़ी के जोखिम को काफी कम कर देता है। साथ ही नए पैन कार्ड के जरिए तुरंत वेरिफिकेशन भी मिल सकेगा.

आम लोगों को कैसे मिलेगी सुरक्षा?

नया पैन कार्ड क्यूआर कोड के साथ आएगा, जिससे डुप्लीकेट कार्ड बनाना या उसके साथ छेड़छाड़ करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। क्यूआर कोड में एन्क्रिप्टेड व्यक्तिगत डेटा होता है, जिसे केवल विशिष्ट सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके अधिकृत लोग ही देख सकते हैं। इससे धोखेबाजों के लिए नए कार्ड से विवरण निकालना अधिक कठिन हो जाएगा और आपकी व्यक्तिगत जानकारी के दुरुपयोग का जोखिम कम हो जाएगा। आमतौर पर जालसाज आपके पैन कार्ड पर नाम और फोटो बदल देते हैं, जबकि पैन नंबर वही रहता है। पैन पर क्यूआर कोड वित्तीय संस्थानों को आपकी व्यक्तिगत जानकारी को तुरंत सत्यापित करने में सक्षम करेगा।

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