
लखनऊ/सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की हत्या की जांच में चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। करीब एक महीने की मेहनत के बाद पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले को सुलझा लिया है और हत्या की साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे एक मंदिर का पुजारी निकला।
पत्रकार ने देख लिया था बाबा का गुनाह
जांच में सामने आया है कि कारेदेव मंदिर का पुजारी शिवानंद बाबा उर्फ विकास राठौर इस हत्या की साजिश का मुख्य आरोपी है। सूत्रों के अनुसार, पत्रकार राघवेंद्र ने बाबा को मंदिर परिसर में एक नाबालिग लड़की के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था और वो इस बात को उजागर करने वाले थे। बाबा को डर था कि उसकी करतूत सामने आ जाएगी, इसी डर से उसने राघवेंद्र को रास्ते से हटाने का फैसला लिया।
चार लाख में तय हुई सुपारी, दो शूटरों को दिया काम
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, बाबा ने पत्रकार की हत्या के लिए चार लाख रुपये की सुपारी दी थी। इस काम को अंजाम देने के लिए दो शूटरों को लगाया गया। पुलिस ने इस केस में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें बाबा खुद भी शामिल है।
शूटर अभी फरार, कई जगहों पर चल रही छापेमारी
हालांकि, हत्या को अंजाम देने वाले दोनों शूटर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। STF और क्राइम ब्रांच की टीमों ने नोएडा समेत कई स्थानों पर छापेमारी की है।
पत्रकार राघवेंद्र की निडर रिपोर्टिंग बनी वजह
राघवेंद्र बाजपेई उन पत्रकारों में से थे जो बेखौफ होकर सच्चाई सामने लाते थे। उन्होंने धान खरीद और स्टांप ड्यूटी जैसे कई भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर किया था। उनकी हत्या ने एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
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