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Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को एक ऐसा सुनहरा मौका दिया है, जिससे न केवल पर्यावरण को फायदा होगा, बल्कि सरकारी खजाने में भी बंपर बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि सरकार जल्द ही अपनी 97 लाख पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप (कबाड़) में भेजने वाली जिससे करीब 40,000 करोड़ रुपये का GST राजस्व मिलेगा।
गडकरी ने SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) के एक कार्यक्रम में इंडस्ट्री के दिग्गजों से कहा कि यह आपके लिए "सोने की खान" जैसा अवसर है।
क्या है गडकरी का मेगा प्लान: सरकार की योजना के तहत, केंद्र और राज्य सरकारों, परिवहन निगमों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के 97 लाख से अधिक पुराने वाहनों को चलन से बाहर कर दिया जाएगा। जब ये वाहन स्क्रैप होंगे, तो इनकी जगह नई गाड़ियां खरीदी जाएंगी। इससे ऑटोमोबाइल सेक्टर में एक नई जान आएगी।
इंडस्ट्री और देश को क्या मिलेगा फायदा?
₹40,000 करोड़ का GST: गडकरी का अनुमान है कि नई गाड़ियों की खरीद से केंद्र और राज्यों, दोनों को मिलाकर लगभग 40,000 करोड़ रुपये का GST कलेक्शन होगा।
₹10,000 करोड़ का निवेश: इस योजना से स्क्रैपिंग सेंटर खोलने में लगभग 10,000 करोड़ रुपये का नया निवेश आने की उम्मीद है।
50,000 नई नौकरियां: नए स्क्रैपिंग सेंटर खुलने से करीब 50,000 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा।
गडकरी ने ऑटो कंपनियों से क्या कहा?
नितिन गडकरी ने इस मौके पर ऑटो कंपनियों से एक बड़ी अपील भी की। उन्होंने कहा, "आप लोग हमें सहयोग दें। जो कोई भी अपनी पुरानी गाड़ी का स्क्रैपेज सर्टिफिकेट लेकर नई गाड़ी खरीदने आता उसे आप लोग 5% का डिस्काउंट दीजिए।" उन्होंने कहा कि इससे न केवल आपकी बिक्री बढ़ेगी, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण, दोनों के लिए फायदेमंद होगा।