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हाल ही में कश्मीर की शांत वादियों (पहलगाम के पास) में पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए कायराना आतंकी हमले ने एक बार फिर पूरे देश को गुस्से से भर दिया है। इस निर्मम घटना ने हर भारतीय के दिल को ठेस पहुंचाई है। आम लोगों के साथ-साथ बॉलीवुड हस्तियों ने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात कही है। इसी कड़ी में अब बॉलीवुड के दिग्गज लेखक और शायर जावेद अख़्तर ने भी पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है।

हाल ही में दिल्ली में फिक्की (FICCI) के एक कार्यक्रम में बोलते हुए जावेद अख़्तर ने पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कश्मीर में बार-बार होने वाली ऐसी आतंकी घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की और भारत सरकार से सख्त कदम उठाने का आग्रह किया। पाकिस्तान द्वारा ऐसी घटनाओं में अपनी संलिप्तता से बार-बार इनकार करने पर सवाल उठाते हुए उन्होंने तंज कसा, "ये आतंकवादी आखिर आते कहां से हैं? जर्मनी से तो नहीं आते, क्योंकि हमारी सीमा उनके साथ नहीं लगती।"

जावेद अख़्तर ने कहा कि ऐसी घटनाएं रिश्तों में तनाव पैदा करती हैं। उन्होंने सवाल किया, "जब इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी तो तनाव कैसे नहीं होगा? हर कुछ दिनों में हमें ऐसी घटना देखने को मिलती है।"

पाकिस्तान को दिखाया आईना, कारगिल की दिलाई याद

जावेद अख़्तर ने भारत द्वारा शांति स्थापित करने के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, "इस देश में हर सरकार, चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा, ने शांति की कोशिश की है। यहां तक कि अटल बिहारी वाजपेयी जी भी पाकिस्तान गए थे। लेकिन उन्होंने (पाकिस्तान ने) क्या किया? उन्होंने उस जगह को धुलवा दिया, जहां वाजपेयी जी गए थे। क्या इसे दोस्ती कहते हैं?"

उन्होंने कारगिल युद्ध का ज़िक्र करते हुए पाकिस्तान के रवैये की तीखी आलोचना की। जावेद साहब ने कहा, "हम उस पाकिस्तान से कैसे बात कर सकते हैं, जिसने कारगिल युद्ध में अपने ही सैनिकों के शवों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था? इससे ज़्यादा गिरा हुआ और क्या हो सकता है?" उन्होंने कश्मीर पर पाकिस्तान के दावों पर सवाल उठाते हुए यह भी कहा कि आज भी 99% कश्मीरी भारत के प्रति वफादार हैं।

भारत में कश्मीरियों पर हमले को बताया गलत

जावेद अख़्तर ने मसूरी जैसी घटनाओं पर भी प्रतिक्रिया दी, जहां कुछ स्थानीय लोगों ने कश्मीरी शॉल विक्रेताओं पर हमला किया था। उन्होंने चेतावनी दी, "जो लोग मसूरी या भारत के किसी अन्य हिस्से में कश्मीरियों को परेशान करते हैं, वे असल में पाकिस्तान के झूठे प्रचार को ही बढ़ावा दे रहे हैं और उसे सही ठहरा रहे हैं।"

सरकार से सख्त कार्रवाई की अपील

अंत में, जावेद अख़्तर ने उम्मीद जताई कि भारत सरकार इस मामले में कुछ ठोस और निर्णायक कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी प्रतिष्ठान को यह साफ तौर पर बता देना चाहिए कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके सेना प्रमुख पागल हैं, उनमें कोई समझ नहीं है। हमें पहलगाम (के पास हुए) हमले को भूलना नहीं चाहिए। उनकी नज़र मुंबई पर भी है।”

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