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Up Kiran, Digital Desk: केरल के मशहूर सबरीमाला मंदिर में सोने की परत वाले पैनलों के कथित गायब होने ने एक बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। विपक्षी गठबंधन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला तेज कर दिया है।
लगातार दूसरे दिन विधानसभा की कार्यवाही बाधित हुई। विपक्ष ने देवस्वोम मंत्री वीएन वासवन के इस्तीफे की मांग करते हुए सरकार पर अनियमितताओं को छुपाने का आरोप लगाया।
क्या है पूरा मामला? कैसे शुरू हुआ विवाद?
सबरीमाला मंदिर में 'द्वारपालक' की मूर्तियों पर सोने की परत चढ़ी हुई है। इन्हीं परतों को लेकर विवाद शुरू हुआ। विपक्ष का कहना है कि इन सोने की प्लेटों को मरम्मत के नाम पर हटाया गया और एक बाहरी व्यक्ति को सौंपा गया।
वजन में गड़बड़ी!
2019 में जब पैनल हटाए गए थे, तो उनका वजन करीब 38.258 किलोग्राम था। जब ये लौटाए गए, तब उनमें 4.541 किलोग्राम की कमी पाई गई। इसने सबको चौंका दिया।
2025 में दोबारा मरम्मत के लिए इन्हें हटाया गया, लेकिन इस बार बिना किसी न्यायिक अनुमति के।
कोर्ट का एक्शन: SIT जांच का आदेश
केरल उच्च न्यायालय ने मामले को गंभीर मानते हुए SIT गठित की है। यह टीम ADGP एच. वेंकटेश की अगुवाई में काम करेगी और 6 हफ्ते में रिपोर्ट सौंपेगी।
विपक्ष का दावा: “सरकार चोरी को बचा रही है!”
विपक्ष के नेता वी. डी. सथेसन ने आरोप लगाया कि सरकार असली दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है। विधानसभा में नारेबाज़ी और प्लेकार्ड्स के साथ जोरदार प्रदर्शन हुआ।