
Up Kiran, Digital Desk: चर्चित एजुकेटर और यूट्यूबर खान सर ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिक्षा पर लगे 18 प्रतिशत वस्तु एवं सेवा कर (GST) को हटाने की अपील की है। हालांकि, उन्होंने हाल ही में जीएसटी की दरों में किए गए बदलाव का स्वागत भी किया।
एएनआई से बात करते हुए खान सर ने कहा, "हम प्रधानमंत्री जी तक यह बात पहुंचाना चाहते हैं कि संस्थानों में दी जाने वाली अच्छी शिक्षा पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है। मेरी राय में, शिक्षा पर कोई जीएसटी नहीं होना चाहिए।"
'अगली बार होली का तोहफा दें पीएम'
खान सर ने महंगी और लग्जरी चीजों पर टैक्स बढ़ाने के फैसले को एक अच्छा कदम बताया। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि अगली बार जब प्रधानमंत्री लाल किले से भाषण देंगे, तो वे एक होली का तोहफा देने पर विचार करेंगे, जैसा कि उन्होंने इस बार दिवाली पर दिया... लग्जरी आइटम पर जीएसटी बढ़ाना एक अच्छा कदम है।"
यह बयान 56वीं जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद आया है, जिसमें टैक्स स्लैब को आसान बनाते हुए 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत के स्लैब को खत्म कर दिया गया है। अब केवल 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के दो स्लैब होंगे। इसके अलावा, तंबाकू, पान मसाला, सिगरेट, बीड़ी, कोल्ड ड्रिंक, 350cc से ऊपर की मोटरसाइकिलें, लग्जरी कारें और हेलीकॉप्टर जैसी चीजों पर 40 प्रतिशत का भारी टैक्स लगाया गया है।
'शिक्षा को बिजनेस नहीं बनने देंगे'
5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर खान सर ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को भी याद किया। उन्होंने कहा, “यह हमारा सौभाग्य है कि आज हमारे साथ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाती और वीवी गिरि के पोते सुब्रमण्यम शर्मा यहां मौजूद हैं... आज हम संकल्प लेते हैं कि भारत में गुरु-शिष्य के अटूट बंधन की परंपरा को आगे बढ़ाएंगे, शिक्षा को कभी व्यवसाय नहीं बनने देंगे, और शिक्षा के उस सही मतलब के साथ जिएंगे जिसे राधाकृष्णन जी ने साकार किया था - कि शिक्षा केवल नौकरी पाने का साधन नहीं है, बल्कि यह सर्वांगीण विकास का एक माध्यम है।”
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