
Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की आलोचना करते हुए ऑपरेशन सिंदूर को मामूली संघर्ष बताया।
मंगलवार देर रात एक बयान में रेड्डी ने इस बात पर जोर दिया कि ऑपरेशन पर एआईसीसी प्रमुख की टिप्पणी गैरजिम्मेदाराना है और सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदान का अपमान है। खड़गे द्वारा इस तरह के महत्वपूर्ण सैन्य अभियान को कमतर आंकना सेना के साहस, क्षमता और रणनीतिक ताकत को कम आंकने के बराबर है।
रेड्डी ने कांग्रेस अध्यक्ष से कई सवाल पूछे: क्या पाकिस्तान में नौ आतंकवादी शिविरों को नष्ट करना, पाकिस्तानी सेना के ग्यारह सैन्य ठिकानों को ध्वस्त करना और पाकिस्तान के बीस प्रतिशत सैन्य ढांचे को नष्ट करना महज एक मामूली संघर्ष है? उन्होंने आगे पूछा कि क्या भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई मिसाइलों का उपयोग करके चीन द्वारा विकसित उन्नत सैन्य रडार और मिसाइल रक्षा प्रणालियों को नष्ट करना एक मामूली संघर्ष माना जा सकता है।
अगर पाकिस्तान इतना घबरा गया है कि वह तनाव कम करने की गुहार लगा रहा है, तो क्या इसका मतलब मामूली संघर्ष है? रेड्डी ने कहा कि जब भारत समेत पूरी दुनिया 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता की प्रशंसा कर रही है, तो कांग्रेस नेताओं का इस तरह की उपेक्षा और गैरजिम्मेदारी से जवाब देना हैरान करने वाला है। उन्होंने कांग्रेस पर सत्ता में रहने के दौरान सेना को मजबूत करने की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और सुझाव दिया कि सत्ता खोने के बाद भी वे सेना की जीत को स्वीकार करने में विफल रहे। उनका दावा है कि यह कांग्रेस पार्टी के भीतर "दिवालिया मानसिकता और मनोवैज्ञानिक अस्थिरता" को दर्शाता है।
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