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Sri Lanka PM: रानिल विक्रमसिंघे की पार्टी के राष्ट्रपति चुनाव में पिछड़ने के बाद मंगलवार को हरिनी अमरसूर्या ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। नेशनल पीपुल्स पावर अलायंस (एनपीपी) की सदस्य अमरसूर्या इस पद पर आसीन होने वाली तीसरी महिला और 2000 के बाद पहली महिला बन गई हैं। कोलंबो में एक समारोह के दौरान राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने उन्हें पद की शपथ दिलाई।

श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या के बारे में चंद बातें

6 मार्च 1970 को जन्मी हरिनी अमरसूर्या श्रीलंका की 16वीं प्रधानमंत्री बन गई हैं तथा सिरीमावो भंडारनायके और चंद्रिका कुमारतुंगा के बाद यह पद संभालने वाली तीसरी महिला हैं।

वह एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद हैं और एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से सामाजिक नृविज्ञान में पीएचडी की हैं। उनकी विशेषज्ञता राज्य-समाज संबंधों, राजनीतिक आंदोलनों और सक्रियता तक फैली हुई है।

वो लगभग 25 सालों में प्रधानमंत्री की कुर्सी पर आसीन होने वाली पहली महिला हैं, सिरीमावो भंडारनायके का पिछला कार्यकाल दो हजार में समाप्त हुआ था।

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक सार्वजनिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी यात्रा 2011 में शुरू हुई, जब वो निःशुल्क शिक्षा की वकालत करने वाले विरोध प्रदर्शनों में शामिल हुईं। अमरसूर्या ने 2020 में नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) की राष्ट्रीय सूची के माध्यम से संसद में प्रवेश किया और तब से संसदीय सत्रों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।

दिल्ली से क्या कनेक्शन

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार अमरसूर्या ने 1991 से 1994 के बीच दिल्ली विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की। ​​उन्होंने जाने माने हिंदू कॉलेज से पढ़ाई की।

अपने राजनीतिक जीवन के अलावा अमरसूर्या एक शिक्षाविद् भी हैं, जिनके पास समाजशास्त्र में बी.ए. (ऑनर्स), अनुप्रयुक्त मानव विज्ञान और विकास अध्ययन में एम.ए. तथा सामाजिक मानव विज्ञान में पी.एच.डी. की डिग्री है।

श्रीलंकाई संसद की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, श्रीलंका की 9वीं संसद (2020-2024) में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने 269 संसदीय सत्रों में भाग लेकर सक्रिय मौजूदगी बनाए रखी। 

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