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Head Coach: भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने भविष्य के कोचिंग रोल के बारे में एक धमाकेदार बयान दिया है। भले ही उन्हें भारतीय टीम का नया हेड कोच बनने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है, मगर वो भविष्य में आईपीएल की किसी टीम से जुड़ सकते हैं।

विश्व क्रिकेट के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में से एक वीरू को अतीत में अपने आक्रामक अंदाज के लिए जाना जाता है, जब वह आसानी से सभी प्रारूपों में विरोधी टीम की गेंदबाजी लाइन-अप को तहस-नहस कर देते थे। दिल्ली का यह बल्लेबाज भारत को अधिकांश मैचों में तेज शुरुआत दिलाने में लगातार सफल रहा।

सहवाग के आंकड़ों पर एक नजर

वीरू ने 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नेशनल टीम के लिए आठवें सबसे अधिक रन बनाए थे। उन्होंने 431 पारियों में 40.60 की औसत और 90 से अधिक की स्ट्राइक रेट से 16892 रन बनाए थे, जिसमें 70 अर्धशतक और 38 शतक शामिल थे।

बल्लेबाज सहवाग ने आईपीएल 2014 और 2015 में पंजाब किंग्स के लिए खेला था, 2016 में टीम के मेंटर के रूप में कोचिंग की भूमिका में शामिल हुए, इससे पहले उन्होंने क्रिकेट के निदेशक की भूमिका निभाई और फिर आईपीएल 2018 तक पीबीकेएस के लिए कोचिंग की भूमिका में वापस आ गए।

वीरेंद्र सहवाग ने कमेंट्री का काम उस दौर के बाद शुरू किया जब 2017 में उन्होंने भारत के मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन किया, मगर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की क्रिकेट सलाहकार समिति द्वारा रवि शास्त्री को चुने जाने के कारण वे चूक गए। तब से उन्होंने अभी तक किसी भी शीर्ष पद के लिए आवेदन नहीं किया है।

इस वजह से सहवाग नहीं बनना चाहते थे भारतीय टीम का कोच

मगर क्या वो भविष्य में भारतीय टीम की मदद करने के बारे में सोच सकते हैं? एक मीडिया संस्थान से बातचीत में वीरू ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग उनके लिए एक टीम की कोचिंग करने का विकल्प हो सकता है, मगर फिलहाल राष्ट्रीय टीम की कोचिंग नहीं कर सकते, क्योंकि उन्होंने राष्ट्रीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम का हवाला दिया, जिसके कारण वह लंबे समय तक अपने परिवार से दूर रह सकते हैं।
 

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