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Up Kiran, Digital News: क्रिकेट के मैदान पर एक सुनहरा अध्याय अब इतिहास बन चुका है। भारत के दो दिग्गज बल्लेबाज — विराट कोहली और रोहित शर्मा। दोनों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। इस फैसले के साथ ही भारतीय टेस्ट टीम की 'सफेद जर्सी वाली जोड़ी' का युग खत्म हो गया है।

टेस्ट क्रिकेट का 'किंग' कौन

14 साल तक भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ रहे विराट कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 8676 रन बनाए। मगर अगर हम उनके शुरुआती 67 टेस्ट मैचों की बात करें तो आंकड़े और भी चौंकाने वाले हैं। इन 67 मैचों में कोहली ने 114 पारियों में 5457 रन बनाए थे — वो भी 54.28 की जबरदस्त औसत से। इस दौरान उनके बल्ले से 22 शतक निकले जो उनकी क्लास और निरंतरता का प्रमाण है।

कोहली का टेस्ट करियर सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहा। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में ऐतिहासिक टेस्ट जीतें दर्ज कीं — ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसे मैदानों पर।

आंकड़े दे रहे हैं गवाही

जहां कोहली ने करियर की शुरुआत से ही टेस्ट में छाप छोड़ी। वहीं रोहित शर्मा ने अपना असली टेस्ट फॉर्म 2019 के बाद पाया जब उन्हें ओपनर के रूप में मौका मिला। 67 टेस्ट मैचों की 116 पारियों में रोहित ने 4301 रन बनाए औसत रहा 40.57 और बनाए 12 शतक।

रोहित का टेस्ट करियर भले ही उतना लंबा ना रहा हो मगर उनका योगदान कम नहीं था। 2021-22 के इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने विदेशी धरती पर जो पारियां खेलीं वो हमेशा याद रखी जाएंगी।

आंकड़ों की बात करें तो टेस्ट क्रिकेट के प्रारंभिक 67 मैचों में विराट कोहली, रोहित से कहीं आगे रहे। मगर क्रिकेट सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं होता — यह जज्बे जुझारूपन और योगदान का भी खेल है और इन दोनों खिलाड़ियों ने अपनी मौजूदगी से भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
 

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