यूपी किरण डेस्क। लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां चरम पर हैं। इस दौरान विपक्ष चुनाव आयोग पर भी आरोप लगा रहा है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि चुनाव आयोग की साख न्यूनतम स्तर पर है। इंडिया गठबंधन के घटक दलों को एक पत्र लिखकर खड़के ने कहा है कि ये लोकसभा चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने की लड़ाई है। खड़के ने इंडिया गठबंधन के घटक दलों से चुनाव आयोग द्वारा की जा रही गड़बड़ियों के खिलाफ एक साथ मिलकर आवाज़ उठाने की अपील की है।
इंडिया गठबंधन के घटक दलों को लिखे पत्र में खड़गे ने कहा है कि पहली बार पहले और दूसरे चरण के मतदान के अंतिम प्रतिशत आने में इतनी देरी की गई है। पत्र में उन्होंने आगे लिखा कि मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि तीसरे चरण के लिए वोटरों की लिस्ट भी जारी नहीं की गई है, जो परेशान करने वाली बात है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र में आगे लिखा है कि इन सारी चीज़ों से चुनाव आयोग के काम करने के तरीके पर गहरा संदेह पैदा होता है। चुनाव आयोग एक ऐसी संस्था है जिसे आम लोगों की सामूहिक कोशिशों से बनाया गया है। पहले चुनाव आयोग 24 घंटे के भीतर कितने फीसदी वोट हुए हैं, ये बता देता था। इस बार ये देरी क्यों? इसके लिए आयोग ने कोई सफाई नहीं दी है।
खड़गे ने आगे लिखा है कि इतनी देरी के बाद भी चुनाव आयोग का जो डेटा सामने आया है, उसमें कई अहम जानकारियां नहीं दी गई हैं। चुनाव आयोग को हर पोलिंग स्टेशन पर कितने फीसदी वोट हुए इसकी जानकारी भी देनी चाहिए। पत्र में उन्होंने इस तरह की गड़बड़ियों के लिए घटक दलों से एक साथ मिलकर आवाज़ उठाने की अपील की है।
गौरतलब है कि बीते दो चरणों के मतदान के बाद चुनाव आयोग ने दो दिन बाद कुल वोटिंग प्रतिशत का डेटा जारी किया था। डेरी से जारी किये गए इस डेटा में भी सीटों पर कितनी संख्या में वोट पड़े ? ये डेटा जारी नहीं किया गया। इसी को लेकर विपक्षी पार्टियां और पारदर्शिता के लिए काम करने वाले संगठन चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं।
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