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Up Kiran, Digital Desk: टेक्नोलॉजी की दुनिया हर दिन बदल रही है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इसका सबसे बड़ा कारण है. अब AI सिर्फ आपके सवालों के जवाब देने या तस्वीरें बनाने तक सीमित नहीं रह गया है. दुनिया की जानी-मानी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनी Coinbase के सीईओ ब्रायन आर्मस्ट्रांग ने खुलासा किया है कि उनकी कंपनी में लिखा जाने वाला 40% कोड अब AI तैयार कर रहा है. यह एक बहुत बड़ी बात है, क्योंकि कोडिंग को अब तक इंसानों का ही काम माना जाता था.

ब्रायन आर्मस्ट्रांग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह जानकारी शेयर करते हुए कहा, "Coinbase में हर दिन लिखा जाने वाला 40% कोड AI-जेनरेटेड है. मैं इसे अक्टूबर तक 50% से ज्यादा करना चाहता हूं." इससे पता चलता है कि कंपनी कितनी तेजी से इस नई तकनीक को अपना रही है. कुछ महीने पहले, अप्रैल 2025 में यह आंकड़ा सिर्फ 18% था.

क्या AI इंसानों की जगह ले लेगा?

यह सवाल हर किसी के मन में है. लेकिन, आर्मस्ट्रांग ने इस पर संतुलित राय दी है. उनका मानना है कि कंपनी के हर हिस्से में AI से बना कोड इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, इसलिए इंसानी दिमाग और हुनर की जरूरत हमेशा बनी रहेगी. उन्होंने AI के जिम्मेदारी से इस्तेमाल पर जोर दिया है.

माइक्रोसॉफ्ट की चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर, अपर्णा चेन्नाप्रगदा भी इस बात से सहमत हैं. उनका कहना है कि जो लोग यह सोचते हैं कि अब कंप्यूटर साइंस पढ़ने या कोडिंग सीखने का कोई फायदा नहीं है, वे पूरी तरह गलत हैं. AI काम करने का तरीका जरूर बदल सकता है, लेकिन यह कोडिंग को खत्म नहीं कर सकता. उनके मुताबिक, कंप्यूटर साइंस सिर्फ एक हुनर नहीं, बल्कि सोचने का एक तरीका है, जिसकी अहमियत हमेशा रहेगी.

दूसरी बड़ी कंपनियां भी AI की राह पर

Coinbase अकेली कंपनी नहीं है जो AI का इस्तेमाल कर रही है. गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियां भी अपनी रफ्तार बढ़ाने के लिए AI की मदद ले रही हैं. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने बताया था कि उनकी कंपनी का लगभग 30% कोड AI लिखता है. इसी तरह, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी कहा कि उनकी कंपनी के एक चौथाई से ज्यादा कोडिंग के कामों में AI का योगदान है. यह साफ है कि आने वाला समय AI और इंसानों के साथ मिलकर काम करने का है, जिससे टेक्नोलॉजी की दुनिया और भी तेजी से आगे बढ़ेगी.