Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका में भारतीय मूल के दूरसंचार उद्यमी बंकिम ब्रह्मभट्ट पर भारी कर्ज धोखाधड़ी का सनसनीखेज आरोप लगा है। ब्लैकरॉक समर्थित निवेश फर्मों से 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी के मामले ने निजी ऋण बाजार में नई हलचल मचा दी है।
ब्लैकरॉक धोखाधड़ी क्या है?
ब्रॉडबैंड टेलीकॉम और ब्रिजवॉइस के मालिक बंकिम ब्रह्मभट्ट पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी ग्राहक खाते बनाए और लेनदेन की रिपोर्ट में हेराफेरी कर भारी रकम उगाही की। ऋणदाता एचपीएस इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स ने अगस्त 2024 में मुकदमा दायर कर बताया कि ब्रह्मभट्ट ने नकली राजस्व धाराएं गढ़कर ऋण लिए। उनकी कंपनियां अब दिवालिया घोषित हो चुकी हैं।
ऋण जुटाने का तरीका
ब्रहमभट्ट ने BNP पारिबा और एचपीएस के सहयोग से हजारों करोड़ का कर्ज हासिल किया। शुरुआत में 2020 में छोटे ऋण के बाद 2024 तक यह राशि 430 मिलियन अमेरिकी डॉलर से ऊपर पहुंच गई। BNP पारिबा ने एचपीएस के क्रेडिट फंड्स के जरिए आधा धन उपलब्ध कराया।
निजी ऋण बाजार पर खतरा
यह मामला निजी ऋण बाजार की कमजोरी उजागर करता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसे धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं, जहां ऋणदाता बिना पूरी जांच के उच्च रिटर्न के लालच में पैसा देते हैं। पहली ब्रांड्स और ट्राइकलर ऑटो डीलर कंपनियां भी इसी जोखिम की वजह से दिवालिया हो चुकी हैं।
बंकिम ब्रह्मभट्ट का हाल
12 अगस्त को ब्रह्मभट्ट ने व्यक्तिगत दिवालियापन की अर्जी दी। उनकी कंपनियां भी अध्याय 11 बैंकलप्सी में हैं, जिससे वे कारोबार जारी रखते हुए लेनदारों के साथ पुनर्भुगतान शर्तें तय कर सकती हैं। न्यूयॉर्क स्थित उनके कार्यालय लंबे समय से खाली पड़ा है, और उनके संपर्क से जुड़ी जानकारी नहीं मिल रही।
लापता बंकिम ब्रह्मभट्ट?
सूत्रों के अनुसार, ब्रह्मभट्ट संभवतः अमेरिका छोड़कर भारत भाग चुके हैं। हालांकि, उनके वकील ने आरोपों को निराधार बताया है। मामले से निजी ऋण बाजार में निवेश जोखिम एक बार फिर स्पष्ट हो गया है।
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