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Up Kiran, Digital Desk: बिहार के सवा दो लाख टीबी रोगियों के मासिक सहायता राशि का भुगतान रोक दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के भुगतान प्रणाली में बदलाव के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। पिछले अक्टूबर से टीबी मरीजों को राशि नहीं मिल पाई है। टीबी रोगियों को पोषण हेतु हर महीने एक हजार रुपये मिलते हैं। 

दरअसल, स्वास्थ्य विभाग में भुगतान के लिए एक नया पोर्टल शुरू किया जा रहा है। पहले विभाग में एसएनए पोर्टल से राशि का ट्रांसफर होता था, अब एसएनए स्पर्श से भुगतान किया जाएगा। एसएनए स्पर्श पोर्टल अभी तक चालू नहीं होने के कारण समस्याएं आ रही हैं। जिला संक्रामक रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ सीके दास ने बताया कि विभागीय स्तर पर पोर्टल को लागू करने की प्रक्रिया चल रही है।

जल्द ही राशि का वितरण होगा। मुजफ्फरपुर में 11 हजार टीबी के मरीज हैं। पुराने सारे खाते बंद हो गए हैं, और उनमें जमा राशि भी वापस की गई है। सूत्रों ने बताया कि नए पोर्टल के लिए वर्तमान में प्रशिक्षण चल रहा है। इसके बाद भुगतान की प्रक्रिया शुरू होगी। नए नियम के अनुसार टीबी मरीजों को राशि भेजने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य समिति को दी गई है। राशि ट्रेजरी के माध्यम से भेजी जाएगी। पहले हर जिले में जिला संक्रामक नियंत्रण विभाग टीबी मरीजों को राशि भेजता था।

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नई प्रणाली के तहत वित्तीय कार्य कैसे होंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है, इसलिए वित्तीय कार्य रुके हुए हैं। टीबी रोगियों के अलावा कालाजार के मरीजों के पैसे भी फंसे हुए हैं। कालाजार के मरीजों को 6900 रुपये मिलते हैं। मुजफ्फरपुर जिले में इस समय कालाजार के सक्रिय रोगियों की संख्या 46 है। पूरे बिहार में 500 से अधिक कालाजार मरीजों को राशि प्राप्त होती है। कालाजार रोगियों को इलाज और दवा के लिए यह राशि विभाग प्रदान करता है।

कर्मियों को भी वेतन नहीं मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। नियमित कर्मचारियों के साथ-साथ संविदा पर कार्यरत कर्मचारी भी इस समस्या से परेशान हैं। नए नियम के तहत संविदा पर काम करने वाले कर्मचारियों का वेतन भी ट्रेजरी के माध्यम से जाएगा। इस साल की शुरुआत में भी ट्रेजरी में तकनीकी खराबी आने के कारण स्वास्थ्य विभाग सहित कई विभागों के कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया था।