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Up Kiran, Digital Desk: हाल के दिनों में शेयर बाजार की लगातार चाल ने आम निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। कभी किसी कंपनी के शेयर अचानक गिर जाते हैं तो कभी पूरा बाजार नीचे लुढ़क जाता है। ऐसे माहौल में सवाल यही उठता है कि मेहनत की कमाई आखिर कहाँ लगाई जाए, जहाँ जोखिम न हो और मुनाफा भी संतोषजनक मिले। इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (TD) योजना को एक भरोसेमंद विकल्प के रूप में उपलब्ध कराया है।
मामूली रकम से शुरुआत
इस स्कीम की सबसे खास बात है कि इसे शुरू करने के लिए बड़ी धनराशि की जरूरत नहीं होती। महज 1,000 रुपये से निवेश संभव है और इसमें कोई ऊपरी सीमा तय नहीं है। जितना चाहें उतना पैसा जमा किया जा सकता है। सरकार की गारंटी होने के कारण यह निवेश पूरी तरह सुरक्षित भी माना जाता है।
तयशुदा ब्याज का फायदा
वर्तमान में इस योजना पर सालाना 7.5 प्रतिशत ब्याज दिया जाता है। ब्याज की गणना हर तीन महीने में होती है, जिससे इसे ‘कंपाउंडिंग इंटरेस्ट’ का लाभ मिलता है।
उदाहरण के तौर पर, यदि कोई व्यक्ति 10 लाख रुपये को पांच साल के लिए इस योजना में निवेश करता है, तो अवधि पूरी होने पर उसे लगभग 4,49,949 रुपये ब्याज मिलेगा। यानी कुल रकम बन जाएगी 14,49,949 रुपये। इतना मुनाफा बिल्कुल बिना किसी जोखिम के मिलता है।
टैक्स छूट और समय से पहले निकासी की सुविधा
अगर कोई निवेशक इस योजना को पूरे पाँच साल तक जारी रखता है, तो उसे आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट भी मिलती है। यही नहीं, जरूरत पड़ने पर छह महीने बाद आंशिक निकासी की सुविधा भी उपलब्ध है। हालांकि ऐसी स्थिति में ब्याज में थोड़ी कटौती हो सकती है। पाँच साल की अवधि पूरी होने पर स्कीम को आसानी से ऑटोमैटिक रिन्यू भी किया जा सकता है।
क्यों है यह आम निवेशकों के लिए लाभकारी?
आज जब शेयर बाजार का उतार-चढ़ाव निवेशकों की नींद उड़ाए हुए है, तब पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट योजना जैसे विकल्प लोगों को भरोसा और स्थिरता देते हैं। न तो इसमें कंपनी के दिवालिया होने का खतरा है और न ही बाजार गिरने की दिक्कत। सरकार की गारंटी, तय ब्याज दर और सुरक्षित रिटर्न—यही इस योजना की बड़ी मजबूती है।