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Up Kiran, Digital Desk: हाल ही में एक बहुत जरूरी विषय पर हरियाणा में खास ध्यान दिया गया है – सड़कों पर होने वाले हादसों को रोकना! हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने इस बात पर बहुत जोर दिया है कि उन खतरनाक जगहों को जल्द से जल्द ठीक किया जाए, जिन्हें 'ब्लैक स्पॉट' कहा जाता है. ये वो जगहें होती हैं, जहाँ बार-बार सड़क दुर्घटनाएँ होती हैं और लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है.

DGP साहब ने एक बैठक में इस गंभीर समस्या पर चर्चा की. इस बैठक में पुलिस के आला अधिकारी, राज्य परिवहन और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख लोग भी शामिल थे. उनका कहना था कि इन 'ब्लैक स्पॉट' को पहचानना और उन्हें तुरंत सुधारना बहुत जरूरी है ताकि सड़कों पर हादसों की संख्या कम की जा सके.

ब्लैक स्पॉट क्या होते हैं और इन्हें क्यों सुधारना चाहिए?

दरअसल, 'ब्लैक स्पॉट' सड़क के वे छोटे-छोटे हिस्से होते हैं जहाँ एक ही साल में कम से कम पाँच दुर्घटनाएँ हुई हों या जहाँ तीन से ज्यादा लोग मारे गए हों. ऐसे में यह साफ हो जाता है कि उस जगह के डिजाइन या वहाँ के आस-पास के माहौल में कुछ तो कमी है, जिसकी वजह से बार-बार हादसे हो रहे हैं.

क्या है हादसों को रोकने की रणनीति?

DGP ने कहा कि सिर्फ पुलिस के लिए ही नहीं, बल्कि हर उस विभाग के लिए सड़क सुरक्षा एक बड़ी जिम्मेदारी है, जो सड़कों और बुनियादी ढांचे से जुड़े हैं. उन्होंने इन हादसों को रोकने के लिए 'तीन सूत्रीय फॉर्मूला' अपनाने पर जोर दिया है: इंजीनियरिंग हस्तक्षेप (Engineering Interventions): इसमें सड़कों की बनावट में सुधार करना, खराब डिजाइन को ठीक करना, अच्छी रोड साइनेज लगाना और ट्रैफिक लाइट जैसे जरूरी इंजीनियरिंग बदलाव करना शामिल है. इससे सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सकेगा. प्रवर्तन (Enforcement): यातायात नियमों का सख्ती से पालन करवाना भी बहुत जरूरी है. ओवर-स्पीडिंग, हेलमेट न पहनना, शराब पीकर गाड़ी चलाना जैसी चीजों पर लगाम कसने से हादसे कम होंगे. शिक्षा और जागरूकता (Education & Awareness): लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में जागरूक करना, बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को सुरक्षित ड्राइविंग की ट्रेनिंग देना भी एक महत्वपूर्ण कदम है.

उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) और लोक निर्माण विभाग को इन ब्लैक स्पॉट्स को खत्म करने के लिए पुलिस और परिवहन विभाग के साथ मिलकर काम करना चाहिए. DGP ने अधिकारियों को इस पर तेजी से कार्रवाई करने और नियमित रूप से रिपोर्ट भेजने का निर्देश भी दिया.

इसके अलावा, वाहनों को तेज रफ्तार से चलाने, शराब पीकर गाड़ी चलाने और गलत तरीके से वाहन चलाने वालों पर खास नजर रखी जाएगी. स्कूल और कॉलेज के बच्चों को सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में सिखाने पर भी जोर दिया गया है. ये सब मिलकर ही हरियाणा की सड़कों को सभी के लिए सुरक्षित बना सकते हैं.