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बल्लेबाज शिखर धवन और उनकी पत्नी आयशा मुखर्जी का तलाक हो गया है। आज सुबह दिल्ली के पटियाला हाउस की एक फैमिली कोर्ट ने। ये जो डायवोर्स है उसको स्वीकार कर लिया है। यानी कि शिखर धवन और आयशा मुखर्जी अब ऑफिशियल तौर पर साथ में नहीं हैं। इस तलाक के बाद जो बड़े चौकाने वाले खुलासे हुए हैं, आईये जानते हैं क्या क्या।

दरअसल शिखर धवन ने अपनी जो तलाक याचिका है उसमें ये बात कही थी कि आयशा मुखर्जी ने उनको उनके बेटे जोरावर से काफी सालों तक दूर रखा और इससे उन्हें मानसिक तौर पर दबाव डाला गया।

पटियाला हाउस के जो जज हरीश कुमार उन्हों ने ये माना है कि बिल्कुल ये बात ठीक है कि आयशा मुखर्जी ने शिखर धवन को उनके बेटे से दूर रखकर उनको मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया है और अपने आप को डिफेंड करने में आयशा मुखर्जी सफल नहीं हुई हैं। या फिर उन्होंने अपने तथ्य नहीं रखे हैं सामने जिसकी वजह से तलाक को जो है वो मंजूरी दे दी गई है और उसके अलावा शिखर धवन को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। ये बात भी शिखर धवन ने अपनी याचिका में भी कही थी और कोर्ट ने ये माना भी है।

जानें बच्चे की कस्टडी को लेकर क्या कहा गया?

कोर्ट ने कहा है कि आप उन्हें दूर नहीं रख सकते हैं। जब भी स्कूल की छुट्टियां होगी शिखर धवन और आयशा मुखर्जी के बेटे की तो आधा समय शिखर धवन और उनके परिवार के साथ बिताने दिया जाएगा। 

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