
भारत के रक्षा मंत्री ने हाल ही में स्वदेशी युद्धपोत INS विक्रांत का दौरा किया और वहां से भारतीय नौसेना के साहस और शक्ति का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “भारतीय नौसेना का मनोबल समुद्र से भी अधिक गहरा है।” उनके इस बयान ने देशवासियों में गर्व और सुरक्षा का भाव भर दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर कोई दुश्मन आंख दिखाए, तो भारतीय सेना उसे तुरंत जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भारत ने पहले भी पाकिस्तान को मिनटों में जवाब दिया है और जरूरत पड़ी तो फिर दे सकता है।
INS विक्रांत भारत में बना पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर है, जो देश की तकनीकी प्रगति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। इसमें अत्याधुनिक रडार, हथियार प्रणाली और लड़ाकू विमान तैनात किए गए हैं। यह युद्धपोत भारतीय नौसेना की ताकत को कई गुना बढ़ा देता है।
रक्षा मंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश को आप पर गर्व है। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और सरकार इसके लिए हर जरूरी कदम उठाने को तैयार है।
INS विक्रांत से दिया गया यह संदेश केवल एक भाषण नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक शक्ति और आत्मनिर्भरता की झलक है। यह युद्धपोत हमारी समुद्री सीमाओं की रक्षा में एक मजबूत कड़ी बन चुका है।
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