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Up Kiran, Digital Desk:  तेजी से विकसित हो रहे 'सिटी ऑफ डेस्टिनी' यानी विशाखापट्टनम (विजाग) के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को भविष्य की जरूरतों के हिसाब से तैयार करने के लिए एक बड़ा खाका तैयार किया गया है। दिल्ली में आयोजित 18वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया (UMI) कॉन्फ्रेंस में विशाखापट्टनम मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (VMRDA) के अधिकारियों ने शहर के ट्रांसपोर्ट को लेकर भविष्य की योजनाओं का खुलासा किया। इसमें मेट्रो रेल से लेकर ट्रैम कॉरिडोर और स्मार्ट पार्किंग तक, कई बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं, जो शहर में ट्रैफिक की तस्वीर को पूरी तरह बदल देंगे।

VMRDA के अध्यक्ष एम.वी. प्रणव गोपाल और संयुक्त आयुक्त के. रमेश ने केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन में विजाग का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने बताया कि शहर के तेजी से होते विकास को देखते हुए एक आधुनिक और टिकाऊ परिवहन व्यवस्था बनाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

क्या है विजाग का फ्यूचर ट्रांसपोर्ट प्लान?

सम्मेलन में पेश की गई योजनाओं के मुताबिक, विशाखापट्टनम में आने वाले सालों में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे:

मेट्रो रेल प्रोजेक्ट: शहर के लिए सबसे बड़ा और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट मेट्रो रेल है। अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को बताया कि केंद्र और राज्य सरकारों की पहल पर मेट्रो रेल के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। पहले चरण में तीन कॉरिडोर बनाने की योजना है, जिसकी कुल लंबाई 46 किलोमीटर से ज्यादा होगी।

यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (UMTA): शहर में ट्रांसपोर्ट से जुड़े सभी विभागों और एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल के लिए एक यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (UMTA) का गठन किया गया है। यह अथॉरिटी मेट्रो रेल जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी और वित्तीय सहायता हासिल करने में मदद करेगी।

ई-मोबिलिटी पर जोर: प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन कोबढ़ावा देने के लिए, शहर में इलेक्ट्रिक बसों और अन्य ई-वाहनों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

पैदल चलने और साइकिलिंग को बढ़ावा: शहर में गैर-मोटर चालित परिवहन (NMT), यानी पैदल चलने और साइकिलिंग के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक रास्ते बनाने पर भी काम किया जा रहा है।

स्मार्ट पार्किंग और ट्रैफिक मैनेजमेंट: ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए मल्टी-लेवल कार पार्किंग (MLCPs) बनाने और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) को लागू करने की भी योजना है।

अधिकारियों ने सम्मेलन के दौरान विभिन्न राज्यों में चल रही मेट्रो परियोजनाओं की एक प्रदर्शनी का भी दौरा किया और वहां अपनाई जा रही टेक्नोलॉजी और प्रणालियों के बारे में जानकारी ली। इन सभी पहलों का उद्देश्य विशाखापट्टनम के नागरिकों को एक सुरक्षित, आरामदायक और तेज परिवहन व्यवस्था देना है, जो शहर के विकास की रफ्तार के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके।