
Up Kiran, Digital Desk: माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला की लीडरशिप में कंपनी एक बहुत बड़े और निर्णायक दौर में प्रवेश कर रही है. कंपनी ने अपने अंदर कई बड़े बदलावों का ऐलान किया है, जिनका एक ही मकसद है - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को सबसे आगे रखना और इसके लिए डेटा सेंटर्स का विस्तार करना. इन बदलावों के तहत, सत्य नडेला ने खुद को सेल्स और मार्केटिंग के कामों से अलग कर लिया है और यह ज़िम्मेदारी कंपनी के पुराने एग्जीक्यूटिव जुडसन अल्थॉफ को सौंप दी है, ताकि वह खुद माइक्रोसॉफ्ट के तकनीकी भविष्य पर पूरा ध्यान लगा सकें.
अपने कर्मचारियों को भेजे एक नोट में नडेला ने बताया कि जुडसन अल्थॉफ, जो दस साल से ज़्यादा समय से माइक्रोसॉफ्ट की सेल्स टीम को सफलतापूर्वक संभाल रहे थे, अब कंपनी के कमर्शियल बिज़नेस के CEO होंगे. इसका मतलब है कि अब सेल्स के साथ-साथ मार्केटिंग और ऑपरेशन्स भी वही देखेंगे. नडेला ने साफ़ किया कि यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि उन्हें और कंपनी के इंजीनियरिंग लीडर्स को AI पर आधारित प्रोडक्ट्स बनाने और इसका इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए ज़्यादा समय मिल सके.
अरबों का निवेश और हज़ारों की छंटनी
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब माइक्रोसॉफ्ट AI और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपना निवेश दोगुना कर रहा है. BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी दुनियाभर में बड़े-बड़े डेटा सेंटर बनाने पर लगभग 80 अरब डॉलर (लगभग 6.6 लाख करोड़ रुपये) ख़र्च कर रही है. नडेला का मानना है कि AI की इस वैश्विक दौड़ में टिके रहने के लिए यह बहुत ज़रूरी है. पिछले दो सालों में, माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI के साथ अपनी गहरी पार्टनरशिप के दम पर अपने सबसे मशहूर प्रोडक्ट्स जैसे ऑफिस और विंडोज में AI को बड़ी तेज़ी से शामिल किया है.
हालांकि, इस बदलाव की एक बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी है. माइक्रोसॉफ्ट ने 2025 में 15,000 से ज़्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, जिसमें अकेले जुलाई महीने में ही 9,000 लोगों की चौंकाने वाली छंटनी शामिल है. नडेला ने इन कटौतियों पर बात करते हुए माना है कि इसका कर्मचारियों पर गहरा भावनात्मक असर पड़ा है. उन्होंने यह भी कहा कि इन छंटनियों के बावजूद, कंपनी में कर्मचारियों की संख्या लगभग 2,28,000 पर स्थिर है, जो पिछले साल के बराबर ही है.
एक डर जो नडेला को सता रहा है
भले ही निवेशक नडेला की इस रणनीति से ख़ुश हों और कंपनी का शेयर पहली बार $500 के पार पहुँच गया हो, लेकिन खुद नडेला AI के इस दौर को लेकर अपनी चिंताएं ज़ाहिर कर चुके हैं. हाल ही में कर्मचारियों के साथ एक टाउन हॉल में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें यह सोचकर "डर लगता है" कि कहीं माइक्रोसॉफ्ट टेक्नोलॉजी के इस बदलाव में पीछे न रह जाए.
उन्होंने एक पुरानी और बहुत बड़ी टेक कंपनी डिजिटल इक्विपमेंट कॉरपोरेशन (DEC) का उदाहरण देते हुए कहा, जो 1990 के दशक में डूब गई थी. नडेला ने कहा, “हमारी इंडस्ट्री ऐसी कंपनियों की कहानियों से भरी पड़ी है जो कभी बहुत बड़ी थीं, लेकिन फिर अचानक गायब हो गईं. मुझे ख़ास तौर पर DEC नाम की एक कंपनी का डर सताता है.”