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Up Kiran , Digital Desk: खुशियों का मौका था, लेकिन कुछ ही पलों में मातम में बदल गया। बुधवार की रात नालंदा जिले के भागनबिगहा ओपी थानाक्षेत्र अंतर्गत मोरा तालाब नवादापर गांव में एक तिलक समारोह के दौरान हुई हर्ष फायरिंग में 58 वर्षीय कौशलेंद्र गोप की मौत हो गई, जबकि दो मासूम बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
एक ओर शादी की तैयारियों की रौनक थी, तो दूसरी तरफ गोलियों की गूंज ने पूरे गांव को दहला दिया।
तिलक समारोह बना मातम का मंजर
गांव में बच्चू यादव के बेटे का तिलक समारोह था। आमतौर पर ऐसे मौकों पर शहनाई बजती है, लेकिन इस बार बार बालाओं के नाच-गाने के बीच अचानक गोलियां चलने लगीं। हर्ष फायरिंग का ये खौफनाक खेल उस वक्त और भयावह हो गया, जब गोली सीधी जाकर कौशलेंद्र गोप को लगी और वह वहीं गिर पड़े।
घायल बच्चे – राजकरण बाबू (उम्र 5 वर्ष) और शुभम कुमार (उम्र 9 वर्ष) भी उसी भीड़ में मौजूद थे, जिन्हें गोली के छर्रे लगे।
परिवार का दर्द और आरोप
मृतक कौशलेंद्र गोप के परिजनों का आरोप है कि यह केवल हर्ष फायरिंग नहीं थी, बल्कि एक सुनियोजित हत्या। पत्नी रीना देवी और रिश्तेदार तन्नू यादव ने दावा किया कि गांव में पुराना झगड़ा चल रहा था और इसी का बदला लेने के लिए बच्चू यादव ने अपने गुर्गों से फायरिंग करवाई।
परिवार का कहना है कि कुछ साल पहले बच्चू यादव ने कौशलेंद्र के भाई की भी हत्या की थी, और यह ताजा घटना उसी रंजिश का नतीजा है।
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