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Up Kiran, Digital Desk: अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में एक और बड़ा घटनाक्रम सामने आया है! इज़राइल ने सीरिया के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत स्वेदा (Sweida) में सीरियाई सैन्य बलों को निशाना बनाकर हमला किया है। इस हमले के पीछे इज़राइल ने एक चौंकाने वाला दावा किया है - उनका कहना है कि यह कार्रवाई उन्होंने वहां के ड्रूज़ (Druze) समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब मध्य पूर्व में पहले से ही तनाव का माहौल बना हुआ है।

जानकारी के अनुसार, इज़राइली सेना ने स्वेदा प्रांत में सीरियाई सेना के ठिकानों पर हमला किया। इस हमले में हुए नुकसान या हताहतों के बारे में विस्तृत जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन इज़राइल ने अपनी कार्रवाई का औचित्य ड्रूज़ समुदाय की सुरक्षा के नाम पर ठहराया है।

कौन हैं ड्रूज़ समुदाय?
ड्रूज़ समुदाय मध्य पूर्व में एक धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यक समूह है, जिनकी बड़ी आबादी सीरिया, लेबनान और इज़राइल में रहती है। सीरिया में, ड्रूज़ समुदाय अक्सर गृहयुद्ध और विभिन्न गुटों के बीच संघर्ष के कारण असुरक्षित महसूस करता रहा है। इज़राइल में भी ड्रूज़ समुदाय के लोग रहते हैं और वे इज़राइली सेना में भी सेवा देते हैं।

इज़राइल का यह दावा कि उन्होंने ड्रूज़ समुदाय की सुरक्षा के लिए हमला किया, अपने आप में एक महत्वपूर्ण बयान है। यह एक दुर्लभ अवसर है जब इज़राइल ने सीरिया में अपनी सैन्य कार्रवाई के पीछे इस तरह का मानवीय कारण बताया है, बजाय इसके कि वह ईरान-समर्थित मिलिशिया या हथियारों के ठिकानों को निशाना बनाने का जिक्र करे।

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