img

Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका में चुनावी माहौल गरम है, और इस बार बहस राजनीति से हटकर उम्मीदवारों के परिवार तक पहुंच गई है. उपराष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार जेडी वेंस अपनी भारतीय मूल की पत्नी, उषा वेंस, के धर्म को लेकर की गई एक भद्दी टिप्पणी पर बुरी तरह भड़क गए हैं. उन्होंने साफ कर दिया है कि उनकी पत्नी का धर्म बदलने का कोई इरादा नहीं है और वो इस तरह के निजी हमलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

क्या है पूरा विवाद?

यह मामला तब शुरू हुआ जब FBI के एक पूर्व अधिकारी, फ्रैंक फिगलुजी, ने एक टीवी शो में जेडी वेंस की पत्नी उषा वेंस को लेकर एक बहुत ही अजीब और अपमानजनक बयान दिया. फिगलुजी ने कहा, "जेडी वेंस की ईसाई राष्ट्रवाद की विचारधारा को देखते हुए, क्या उनकी पत्नी को भी अपना हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई बनना पड़ेगा?"

इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया. लोगों ने इसे एक उम्मीदवार के परिवार पर किया गया घटिया हमला बताया.

जेडी वेंस ने दिया करारा जवाब

इस टिप्पणी पर जेडी वेंस ने बहुत तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे "घटिया" और "घिनौनी" हरकत बताया. वेंस ने कहा कि उनकी पत्नी का धर्म बदलने का कोई प्लान नहीं है और न ही वो ऐसा कभी सोचती हैं. उन्होंने ज़ोर देकर कहा, "उषा को अपने हिंदू धर्म पर गर्व है, और मुझे उन पर गर्व है."

वेंस ने कहा कि यह दिखाता है कि उनके विरोधी कितने नीचे गिर सकते हैं कि वे चुनाव जीतने के लिए उनके परिवार को निशाना बना रहे हैं. उन्होंने साफ किया कि वो और उनका परिवार ऐसी बातों से डरने वाले नहीं हैं.

जेडी वेंस और उषा वेंस की शादी 2014 में हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं. उषा एक कामयाब वकील हैं और हमेशा अपने भारतीय संस्कारों से जुड़ी रही हैं. इस घटना ने अमेरिकी चुनाव में एक नई बहस छेड़ दी है कि क्या राजनीतिक विरोधियों को किसी के परिवार या उनके निजी विश्वासों पर हमला करने का हक है.