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assembly election 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक बड़ी घटना हो रही है। सीएम नायब सिंह सैनी कुछ ही देर में इस्तीफा देंगे और विधानसभा भंग होने की भी संभावना है। आज हरियाणा कैबिनेट की बैठक हो रही है। संभावना है कि इस बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला लिया जायेगा।

प्रत्याशियों की पहली सूची आते ही जोर-शोर से शुरू हुआ इस्तीफों का दौर दूसरी सूची आने के बाद भी जारी है। इससे बीजेपी को बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। अब तक 90 से ज्यादा नेता इस्तीफा दे चुके हैं। इस दबाव में भी बीजेपी को विधानसभा भंग करने पर मजबूर होना पड़ा है।

सरकार बनने के छह महीने के भीतर विधानसभा सत्र बुलाना होता है। यह मियाद 12 सितंबर यानी कल खत्म हो रही है। नियमों के मुताबिक, संवैधानिक संकट से बचने के लिए सैनी सरकार के सामने गुरुवार को सत्र बुलाने या विधानसभा भंग करने का ही एकमात्र विकल्प बचा है। विधानसभा भंग होने के बाद भी सैनी कार्यवाहक सीएम रहेंगे।

आखिर माजरा क्या है

हरियाणा विधानसभा का आखिरी सत्र 13 मार्च को बुलाया गया था। संविधान के मुताबिक यह सत्र छह महीने में एक बार बुलाया जाना जरूरी है। सैनी सरकार को 12 सितंबर तक सदन की बैठक बुलानी थी। हालाँकि, यह सम्मेलन नहीं बुलाया गया था। यहां तक ​​कि मानसून सत्र भी आयोजित नहीं किया गया। ऐसे में इस संवैधानिक संकट से बचने के लिए सैनी को राज्यपाल को विधानसभा भंग करने की सिफारिश भेजनी होगी। संविधान के अनुच्छेद 174 (1) में छह महीने की शर्त है।