
Up Kiran, Digital Desk: नेपाल में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच एक बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है. देश की पहली महिला चीफ जस्टिस रह चुकीं सुशीला कार्की को देश की अगली अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इस बड़े राजनीतिक डेवलपमेंट पर खुद सुशीला कार्की ने कहा है कि अगर देश को उनकी जरूरत है, तो वह राष्ट्रीय हित में किसी भी भूमिका को निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
क्यों पड़ी अंतरिम सरकार की जरूरत?
नेपाल इस समय एक बड़े राजनीतिक संकट से जूझ रहा है. देश के बड़े राजनीतिक दल एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं, और सड़कों पर युवा पीढ़ी ('जेन-जी') सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में, जब राजनीतिक पार्टियों पर से जनता का भरोसा उठता दिख रहा है, तो एक निष्पक्ष और साफ छवि वाले व्यक्ति की तलाश हो रही है जो देश को इस संकट से बाहर निकाल सके.
सुशीला कार्की ही क्यों?
सुशीला कार्की नेपाल में एक बेहद सम्मानित नाम हैं. वह अपनी ईमानदारी और निडर फैसलों के लिए जानी जाती हैं. चीफ जस्टिस रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई कड़े फैसले दिए थे. यही वजह है कि मुश्किल की इस घड़ी में देश की सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियां उनके नाम पर सहमत होती दिख रही हैं.
अगर वह इस पद को स्वीकार करती हैं, तो उनका मुख्य काम देश में निष्पक्ष चुनाव कराना और राजनीतिक स्थिरता को वापस पटरी पर लाना होगा. पूरे नेपाल की नजरें अब उन पर टिकी हैं कि क्या वह इस बड़ी चुनौती को स्वीकार कर देश को एक नई दिशा दे पाएंगी.